उज्जैन। शुक्रवार को सिंहस्थ मेला कार्यालय के सभाकक्ष में वृहद पौधारोपण की तैयारियों के सम्बन्ध में बैठक आयोजित की गई। बैठक में विधायक श्री अनिल जैन कालूहेड़ा, नगर निगम सभापति श्रीमती कलावती यादव, कलेक्टर श्री नीरज कुमार सिंह, नगर निगम आयुक्त श्री आशीष पाठक, श्री रवि राय एवं अन्य गणमान्य नागरिक मौजूद थे। बैठक में आगामी हरियाली अमावस्या के अवसर पर वृहद स्तर पर पौधारोपण के लिये की जाने वाली तैयारियों की समीक्षा की गई। उल्लेखनीय है कि हरियाली अमावस्या पर्व के अवसर पर आगामी 4 अगस्त को वृहद स्तर पर पौधारोपण किया जायेगा। इस दौरान उज्जैन में लगभग एक लाख पौधे लगाये जायेंगे।
नगर निगम सभापति श्रीमती कलावती यादव ने बैठक की अध्यक्षता की। उन्होंने कहा कि पर्यावरण को स्वच्छ और प्रदूषणरहित बनाने के लिये यह हम सबकी जिम्मेदारी है कि अधिक से अधिक पौधारोपण करें। खासतौर पर नई पीढ़ी को पौधारोपण कार्यक्रम से जोड़ा जाये और अधिक से अधिक लोगों को पर्यावरण की सुरक्षा हेतु जागरूक किया जाये। एक पेड़ मां के नाम अभियान के अन्तर्गत सभी लोग एक पौधा अवश्य लगायें। पौधारोपण के पश्चात वायुदूत एप पर फोटो अवश्य अपलोड करें। आगामी 4 अगस्त के पूर्व पौधारोपण की सभी तैयारियां पूर्ण कर ली जायें।
विधायक श्री अनिल जैन कालूहेड़ा ने बैठक में कहा कि 4 अगस्त के पूर्व नगर पालिक निगम के नोडल अधिकारी और स्थानीय पार्षद आपसी समन्वय के साथ कार्य करें। जितने भी वार्ड हैं वहां के स्थानीय उद्यानों में पौधारोपण की तैयारियां की जायें। गड्ढे खोदने के लिये जगह सुनिश्चित करें। चार अगस्त को पौधारोपण का महाअभियान आयोजित किया जायेगा। इस दिन पीले चावल देकर वार्ड के निवासियों को पौधारोपण के लिये आमंत्रित किया जाये। पौधारोपण के लिये यदि साधनों की आवश्यकता हो तो नगर पालिक निगम को सूचित किया जाये। विधायक श्री जैन ने कहा कि औद्योगिेक क्षेत्र में भी वृहद स्तर पर पौधारोपण किया जाये। इसके लिये स्थानीय उद्योगपतियों की बैठक आयोजित कर कार्य योजना बनाई जाये।
कलेक्टर श्री नीरज कुमार सिंह ने बैठक में कहा कि हमें पर्यावरण के प्रति संवेदनशील रहने की आवश्यकता है। जिले में वन क्षेत्र को बढ़ाने के प्रयास हम सबको करने चाहिये। बच्चों तथा युवाओं में पर्यावरण संरक्षण की भावना को जागृत करना है। उन्हें बतायें कि पर्यावरण संरक्षण के लिये पौधे लगाना अत्यन्त आवश्यक है। साथ ही पौधों का संरक्षण किया जाना भी उतना ही जरूरी है। विभिन्न सामाजिक संस्थाओं, स्थानीय नागरिकों, सुबह की सैर करने वाले लोगों को पौधारोपण महाअभियान में शामिल होने के लिये प्रेरित किया जाये।
कलेक्टर ने कहा कि शहर में जितने भी स्थान पौधारोपण के लिये चिन्हित किये गये हैं, वहां आसपास के नागरिकों को पौधारोपण के पश्चात उनके संरक्षण की जिम्मेदारी भी निभानी चाहिये। पौधारोपण अभियान को जन-अभियान बनाया जाये। नगर पालिक निगम द्वारा पौधारोपण के लिये सभी आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाये और नोडल अधिकारी बनाये जायें।
बैठक में पार्षदों और सामाजिक संस्थाओं के प्रतिनिधियों द्वारा एक पेड़ मां के नाम अभियान के तहत वृहद स्तर पर पौधारोपण कार्यक्रम को सफल बनाये जाने के लिये आवश्यक सुझाव दिये गये। साथ ही शहर में जिन स्थानों पर अधिक से अधिक संख्या में पौधे लगाये जा सकते हैं, उनके बारे में बताया गया। जानकारी दी गई पुरूषोत्तम सागर, विष्णु सागर, वाल्मिकीधाम, चित्रगुप्त मन्दिर, राम जनार्दन मन्दिर तथा आसपास के क्षेत्रों में काफी संख्या में पौधे लगाये जा सकते हैं। बैठक में विभिन्न वार्डों के पार्षद, सामाजिक संस्थाएं और समाजसेवी शामिल हुए।