उज्जैन। श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना का तीन दिवसीय चिंतन शिविर राजपूत समाज के उत्थान के लिए संकल्प के साथ सम्पन्न हुआ। जिसमें राजपूत समाज के करीब एक हजार युवाओं को रोजगार लगाने एवं उन्हें रोजगार के लिए प्रेरित किया जावेगा। समाज के आर्थिक रूप से कमजोर परिवार के बच्चों एवं बच्चियां जो स्कूल जा रहे है और फीस के अभाव में शिक्षा लेने में परेशानी आ रही है उनकी फीस का इंतजाम करणी सेना करेगी ताकि वे पढ़ाई में रूचि ले सके और उनके अभिभावकों को राहत मिले।
करणी सेना ने अपने चिंतन शिविर में यह संकल्प लिया कि समाज के आर्थिक रूप से कमजोर या फिर उनका कोई सहयोग करने वाला नहीं है उन परिवार की बालिकाओं की शादी का खर्च करणी सेना उठायेगी। जिसमें कुल 101 बालिकाओं का विवाह निःशुल्क करेगी। करणी सेना के चिंतन शिविर में यह भी निर्णय लिया गया कि सभी राजपूत समाज की पंचायतों को एक जाज़म पर लाकर उनके साथ मिलकर समाजोत्थान के कार्य किये जायेंगे जिसका मकसद यही है कि राजपूत समाज में जो आर्थिक रूप से पिछड़े हुए है जिसके कारण रोजी रोजगार कमाने में पीछे है, बच्चों को शिक्षा नहीं दे पाते हैं, जिनकों मकानों की परेशानी है किराये के मकानों में रहते हैं किराया भरने के कारण उनके परिवार को चलाने में काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है उनकी मदद के लिए करणी सेना आगे आयेगी। करणी सेना समाज की सामाजिक एवं सांस्कृतिक गतिविधियों को भी बढ़ावा देगी। चिंतन शिविर में हजारों की संख्या में राजपूत समाज के बुजुर्ग, युवा एवं महिलाओं ने भाग लिया। चिंतन शिविर में प्रदेश भर से राजपूत क्षत्रिय समाज के दस से अधिक संगठन के पदाधिकारी हुए शामिल। इस अवसर पर सभी राजपूत सरदारों को साफा बांधकर प्रदेश अध्यक्ष श्री शिवप्रतापसिंह ने सम्मान किया।
कार्यक्रम में राघवेंद्र सिंह तोमर अध्यक्ष राष्ट्रीय राजपूत महापंचायत, राजपाल सिंह सिसोदिया, नरेंद्र सिंह सिसोदिया, भेरू सिंह, आराधना सोलंकी, शिला शेखावत राष्ट्रीय अध्यक्ष, योगेंद्र सिंह कटार राष्ट्रीय उपाध्यक्ष, जसवंत रूनजी, जितेन्द्रसिंह बरखेड़ी, अवधेश प्रतापसिंह, शेरसिंह सोलंकी, जिला अध्यक्ष जितेन्द्रसिंह सिसौदिया मौजूद थे। उक्त जानकारी धर्मेंद्र सिंह चौहान ने दी!