उज्जैन,▪️घटनाओं का विवरण:-
• पहली घटना- दिनांक 10/08/2024 को फरियादी निवासी उज्जैन के द्वारा थाना माधवनगर पर एक शिकायती आवेदन दिया की अज्ञात मोबाईल धारको द्वारा अलग-अलग मोबाईल नंबरो से कॉल कर मनी लांड्रिंग एवम् अन्य अवैध लेन देन के नाम पर 51 लाख की सायबर ठगी की।
• दूसरी घटना- 20.09.24 को फरियादी निवासी मंगल कॉलोनी उज्जैन के द्वारा थाना माधवनगर में एक शिकायती आवेदन दिया की अलग अलग नंबरों से अवैध लेन देन के नाम पर मेरे साथ ढाई करोड़ की ठगी की गई है।
उक्त प्रकरण में फरियादीगण से सी.बी.आई में प्रकरण दर्ज होना बताया , जिसका इनवेस्टीगेशन सी.बी.आई के द्वारा किया जा रहा है। तथा गर्वमेंट ऑफ इंडिया के विभिन्न विभागो के लेटर पर दिया गया अरेस्ट ऑर्डर, गोपनीय समझोतो की सहमति का एग्रीमेंट एवं सीबीआई के अधिकारी के हस्ताक्षरित लेटर फरियादीगण को भेजे गये थे।
पुलिस अधीक्षक उज्जैन द्वारा घटना की गंभीरता को देखते हुए तत्काल अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (पश्चिम) श्री गुरु प्रसाद पाराशर के मार्गदर्शन में सी.एस.पी माधवनगर श्रीमती दीपिका शिंदे के नेतृत्व में थाना प्रभारी माधवनगर श्री राकेश भारती, आईटी सैल प्रभारी, सायबर प्रभारी को घटना के संबंध में अपराध दर्ज कर आरोपीयो की त्वरित गिरफ्तारी करने हेतु निर्देशित किया गया।
फरियादीगण की रिर्पोट पर से थाना माधवनगर में अपराध दर्ज कर टीम गठित कर आरोपियों के द्वारा उपयोग किये गये मोबाईल नम्बरो,व्हाट्स-अप नम्बरो एवं संदिग्ध बैंक खातो के संबंध में जानकारी प्राप्त कर *आईटी सैल द्वारा कुल एक करोड़ उनतालीस लाख रुपये को होल्ड कराया,* अंतर्राज्यीय गिरोह के कुल चार मुख्य आरोपीगणों को – अर्जुन पिता सेंसर उम्र 27 साल को जिला गाज़ियाबाद उत्तरप्रदेश राज्य, सेठा पिता कम्मा सिंह रावत उम्र 25 साल निवासी ग्राम बड़लिया जिला अजमेर राज्य राजस्थान, राजेंद्र
पिता गोपाल सिंह रावत उम्र 24 साल निवासी सदर, दिलीप पिता रतन सिंह उम्र 27 साल निवासी बीकानेर राजस्थान को गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त हुई है।
*गिरफ्तार आरोपीगणों से उक्त प्रकरण के बारे में पूछताछ की जा रही है। प्रकरण में संलिप्त अन्य आरोपियों को जल्द ही गिरफ़्तारी की जावेगी।*
उक्त प्रकरण में सराहनीय भूमिका थाना प्रभारी माधवनगर राकेश भारती, उनि. शशिकांत गौतम, उनि. अंकित बानौदा, उनि. आरती डाबर, सउनि. राम बाजपेयी, प्र.आर. संदीप आर. अर्जुन, सुभाष, नितिन, प्रिंस, की मुख्य भूमिका रही।
*पुलिस की सतर्कता से साइबर ठगी के मामलों में कार्यवाही को सुदृढ़ किया गया है।