उज्जैन, श्री महाकालेश्वर मन्दिर प्रबंन्ध समिति की बैठक श्री महाकाल महालोक के सभा कक्ष में मंदिर प्रबंध समिति के अध्यक्ष एवं जिला कलेक्टर श्री नीरज सिंह जी की अध्यक्षता में प्रातः 11.00 बजे प्रारंभ हुई। बैठक के प्रारम्भ में मन्दिर प्रशासक श्री गणेश धाकड़ जी ने सभी सदस्यगण का स्वागत कर बैठक की विषय वस्तु प्रस्तुत की।
बैठक में विभिन्न विषयों पर विस्तार से चर्चा की गई तथा मन्दिर की वर्तमान में चिंतामन स्थित गौशाला को बमौरा गांव स्थित मंदिर की भूमि में विस्थापित करने का निर्णय लिया गया। इसे आदर्श गौशाला बनाकर श्रद्धालुगण आदि यहां आ सकेंगे।
बैठक में मंदिर द्वारा की जा रही भू-अर्जन संबंधी आपत्तियों का शीघ्र निराकरण किये जाने के साथ ही पट्टाभिराम मन्दिर के स्वामित्व की भूमि के अर्जन को स्वीकृति प्रदान की गई।
मन्दिर के वर्तमान में विस्तृत आकार के सन्दर्भ में विभिन्न विभागों यथा सुरक्षा, वित्त, जनरल एडमिनिस्ट्रेशन, इंजीनियरिंग, विधि आदि को व्यवस्थित रूप से बनाकर प्रबंध समिति द्वारा अनुभवी एवं सेवा भावी उपयुक्त अधिकारी गण को नियुक्ति प्रदान की जावेगी, जिससे मेन पावर प्रबंधन सुदृढ हो सकेगा।
मन्दिर प्रबन्ध समिति सदस्य श्री प्रदीप गुरुजी ने दानदाता के माध्यम से मन्दिर के मुख्य प्रवेश चांदी द्वार (सभा मण्डप) को नया बनाने का प्रस्ताव दिया जिस पर स्वीकृति प्रदान कर कार्य प्रक्रिया बनाने हेतु कहा गया।
नए विस्तृत श्री महाकालेश्वर भक्त निवास (निर्माणाधीन) हेतु दानदाताओं से समन्वय स्थापित कर, दानदाताओ आदि के साथ बैठक करने व योगदान हेतु तिथि निर्धारण करने, दानदाताओं के प्रोत्साहन हेतु प्रक्रिया बनाने के निर्देश दिए गए। मन्दिर द्वारा श्रद्धालुजन को प्रदान किये जाने वाले लड्डू प्रसाद के पैकेट्स के डिजाइन पर चर्चा होकर, प्राप्त किये गये सुझाव लागू किये जावेंगे तथा पैकेट पर शिखर आदि के चित्र नहीं होंगे। श्री महाकाल महालोक की नवनिर्मित दूकानों के शीघ्र प्रारम्भ करने हेतु आवंटित गण को सूचित करने के निर्देश दिये गए।
उमा साँझी महोत्सव 2024 के आयोजन संबंधी व्यय की स्वीकृति प्रदान की गई।
अन्य विविध विषयों में मन्दिर के आसपास के क्षेत्र से स्थायी अतिक्रमण हटाने की व्यवस्था किये जाने, आवश्यकता अनुसार अतिरिक्त सुरक्षाकर्मी रखने तथा मंदिर के आस-पास सुरक्षा बढ़ाने, अतिक्रमण न होने देना सुनिश्चत करेंगे। विजया दशमी (दशहरे) पर निकलने वाली सवारी को पूरे ठाठ-बाट से निकालने का निर्णय लिया गया।
बैठक में मन्दिर प्रशासक श्री गणेश धाकड़ जी, मंदिर प्रबंध समिति के सदस्यगण महानिर्वाणी अखाड़े के गादीपति महंत श्री विनीत गिरी जी महाराज, महापौर श्री मुकेश टटवाल जी, पुलिस अधीक्षक श्री प्रदीप शर्मा जी, ए.डी.एम श्री अनुकूल जैन जी, उज्जैन विकास प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री संदीप सोनी जी, पुजारी श्री प्रदीप गुरुजी, श्री राजेन्द्र शर्मा गुरु जी व मन्दिर अधिकारी गण श्री जूनवालजी, आर. के. तिवारी आदि उपस्थित थे।