उज्जैन, समय के साथ बदलाव जरूरी है और इसका एक बहुत ही आम उदाहरण है डिजिटल माध्यम से लेन-देन। कुछ वर्ष पूर्व तक डिजिटल लेन-देन की पहुँच आम लोगों तक नहीं थी लेकिन मोबाइल ने इस कार्य को काफी आसान किया है। आज आपको हर जगह क्यूआर कोड मिल जाएंगे।
भारतीय रेलवे भी इस क्षेत्र में काफी अग्रसर है और अभी लगभग दो माह पूर्व ही रतलाम मंडल के सभी स्टेशनों के आरक्षण काउंटरों एवं अनारक्षित टिकट काउंटरों पर लगभग 150 से अधिक क्यूआर कोड लगाये गये हैं। क्यू आर कोड आधारित स्कैनर लगाये जाने से यात्रियो को काफी सहुलियत हुई है। इससे यात्रियों को जहॉं एक ओर खुल्ले पैसे की समस्या से निजात मिली है वहीं नकदी रखने की समस्या भी दूर हुई है।
रतलाम मंडल पर यात्रियों द्वारा क्यू आर कोड से भुगतान को काफी सकारात्मक रूप में लिया गया है तथा पिछले दो महीने में ही काफी अच्छी संख्या में लोग किराये के भुगतान के लिए क्यू आर कोड का उपयोग कर रहे हैं। रतलाम मंडल पर यह सुविधा रतलाम, उज्जैन, इंदौर, नागदा, देवास, सीहोर, शुजालपुर, मक्सी, चित्तौड़गढ़, नीमच, मंदसौर सहित मंडल के सभी स्टेशनों पर उपलब्ध है।
07 अगस्त , 2024 को इस सुविधा का आरंभ होने के बाद अगस्त में रु 47.54 लाख, सितम्बर में रु 1.14 करोड़ एवं अक्टूबर में 6 अक्टूबर तक रु17.07 लाख का राजस्व रेलवे को क्यू आर कोड से के माध्यम से प्राप्त हुए हैं। पिछले दो माह में लगभग रु1.79 करोड़ का राजस्व रतलाम मंडल को क्यू.आर. कोड के माध्यम से भुगतान कर प्राप्त हुआ है।