भगवान चित्रगुप्त को लगाया 56 पकवानों का भोग

उज्जैन । कार्तिक पूर्णिमा के पर्व पर प्रति वर्ष अनुसार इस वर्ष भी मोक्षदायिनी मां क्षिप्रा के तट पर स्थित चित्रगुप्त घाट पर भगवान चित्रगुप्त जी के मंदिर पर अन्नकूट का भोग लगाया गया । स्वादिष्ट 56 पकवानों की सौगंध से महक गया घाट । भगवान श्री चित्रगुप्त जी की महाआरती कर श्रद्धालुओं को भोजन प्रसादी का वितरण किया।

कायस्थ समाज के अध्यक्ष दिनेश श्रीवास्तव ने जानकारी देते हुए बताया कि कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर प्रति वर्ष अनुसार इस वर्ष भी समस्त प्राणियों के कर्मों का लेखा जोखा रखने वाले आराध्य भगवान श्री चित्रगुप्त जी को 56 व्यंजनों का भोग लगाया गया जिसमें कई तरह की मिठाइयां नमकीन तथा हलवा पुरी के रूप में भोजन सामग्री अर्पित की गई । ऐसी मान्यता है कि कार्तिक पूर्णिमा को देव दिवाली भी कहते है । इस दिन दीपदान करने बड़ा महत्व है। भगवान श्री चित्रगुप्त भगवान न्याय के देवता है वह सबका हिसाब किताब रखते है । जो भी प्राणी चित्रगुप्त जी के मंदिर में आकर दीपदान करता है उसे उत्तम फल मिलता है।
कार्तिक पूर्णिमा की शाम को 6 बजे भगवान की आरती कर अन्नकूट का प्रसाद दीपदान करने आने वाले भक्तों को वितरित किया गया। भगवान की आरती पंडित जगदीश चंद्र दुबे के सानिध्य में पंडित मयंक दुबे एवं कौशल दुबे ने सम्पन्न कराई गई। अन्नकूट की व्यवस्था रक्षा अष्ठाना, पिंकी निगम,शशि श्रीवास्तव ,पिंकी श्रीवास्तव ,राशि निगम , प्रीति कुलश्रेष्ठ आदि ने संभाली। इस अवसर पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थि रहे। यह जानकारी चेतन श्रीवास्तव, आशीष अष्ठाना ने दी।