विश्व में भारतीय कला परम्परा को पुनर्समर्थन देने मूर्ति कार्यशालाओं की स्थापना की जा रही है – मुख्यमंत्री डॉ यादव

उज्जैन, मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ,केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण तथा रसायन एवं उर्वरक मंत्री श्री जगत प्रकाश नड्डा एवं सांसद श्री विष्णु दत्त शर्मा ने उज्जैन प्रभास के दौरान रविवार शाम को महादेव मूर्ति शिल्प कार्यशाला का भ्रमण किया।
मूर्ति शिल्प कार्यशाला भ्रमण के दौरान मुख्यमंत्री डॉ यादव एवं केंद्रीय मंत्री श्री नड्डा व सांसद श्री शर्मा ने ऋषि जमदग्नि की 12 फीट ऊंची,10 फीट चौड़ी व 4.5 फीट मोटाई की राजस्थान के बंसी पहाड़ से लाए गए पत्थर की मूर्ति को शिल्पियों द्वारा निर्माण करते हुए देखा। इस दौरान मुख्यमंत्री डॉ यादव एवं केंद्रीय मंत्री श्री नड्डा ने ओडिशा के शिल्पकार श्री ईश्वरचंद से चर्चा की। चर्चा में शिल्पकार श्री ईश्वरचंद ने बताया कि ऋषि जमदग्नि की यह पाषाण प्रतिमा 3-4 महीने में तैयार हो जाएगी। इस कार्यशाला में उड़ीसा,राजस्थान ,मध्य प्रदेश आदि राज्यों के शिल्पकार कार्य कर रहे है।
उल्लेखनीय है की मुख्यमंत्री डॉ यादव के विजन अनुरूप जिले में मूर्तिशिल्प निर्माण की कार्यशाला सक्रिय हुई है। इससे उज्जैन एवं आस पास के अंचल में शिल्प निर्माण में रुचि रखने वाली प्रतिभाएं तैयार हो रही है तथा इससे क्षेत्र में रोजगार के अवसर विकसित हो रहे है। मध्यप्रदेश शासन ने निर्णय किया है कि विश्व में मान्य भारतीय कला परम्परा को पुनर्समर्थन देने, पारंपरिक भारतीय प्रतिमा विज्ञान के मानकों को दृष्टिगत रखते हुए, दीर्घकालिक मूर्ति कार्यशालाओं की स्थापना की जा रही है।
इसके पूर्व मुख्यमंत्री डॉ यादव, केंद्रीय मंत्री श्री नड्डा, सांसद श्री शर्मा ने आचार्य वराहमिहिर वेधशाला,जंतर मंतर स्थित विक्रमादित्य वैदिक घड़ी का अवलोकन किया। मुख्यमंत्री डॉ यादव ने केंद्रीय मंत्री श्री नड्डा को भ्रमण के दौरान वैदिक घड़ी एवं वैदिक गणना का साहित्य भी प्रदान किया। विक्रमादित्य वैदिक घड़ी भारतीय काल गणना पर आधारित विश्व की पहली वैदिक घड़ी है।