उज्जैन, दशहरा मैदान, उज्जैन में दिव्यांग क्रिकेट एसोसिएशन एवं उज्जैन संभागीय दिव्यांग क्रिकेट एसोसिएशन के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित दिव्यांगजनों के अंतर-संभागीय क्रिकेट मैच में खेल का रोमांच अपने चरम पर रहा। उज्जैन और सागर संभाग की टीमों ने ऐसा प्रदर्शन किया जिसने दर्शकों को अपनी सीट से उठने पर मजबूर कर दिया।
मैच का रोमांचक सफर : टॉस जीतकर उज्जैन ने बल्लेबाजी का फैसला किया और शुरुआत से ही सागर के गेंदबाजों के खिलाफ आक्रामक रुख अपनाया। शाहिद खान के दमदार 40 रन, कप्तान माखन के संयमित 34 रन, और अनिल चौहान के तेजतर्रार 29 रन ने टीम को 20 ओवर में 8 विकेट के नुकसान पर 135 रनों तक पहुंचाया।
सागर की ओर से अरविंद राजा की घातक गेंदबाजी (4 विकेट) और बॉबी रैकवार (2 विकेट) ने उज्जैन की पारी को नियंत्रित करने की भरपूर कोशिश की।
जवाबी पारी में सागर की शुरुआत लड़खड़ाती नजर आई, लेकिन अर्जुन अहीरवाल की विस्फोटक बल्लेबाजी ने खेल का पूरा रुख बदल दिया। उन्होंने 53 रनों की तूफानी पारी खेली, जिसमें चौकों और छक्कों की बरसात ने दर्शकों को रोमांचित कर दिया। जब लग रहा था कि मैच का पलड़ा उज्जैन की तरफ झुक रहा है, तभी नंबर 8 पर आए रामसरन अहिरवार ने शानदार 37 रनों की पारी खेलकर सागर को जीत के करीब पहुंचा दिया। अंत में सागर ने लक्ष्य को शानदार तरीके से हासिल कर जीत दर्ज की। मैच में हर गेंद और हर रन पर दर्शकों की धड़कनें तेज थीं। दोनों टीमों के खिलाड़ियों ने अपने जज्बे और जुनून से यह साबित कर दिया कि दिव्यांगता खेल के जुनून को कभी रोक नहीं सकती।
सम्मान और पुरस्कार : मैच में मैन ऑफ द मैच का खिताब सागर के अरविंद राजा को उनकी घातक गेंदबाजी के लिए दिया गया, जबकि अर्जुन अहीरवाल ने अपने प्रदर्शन से खेलप्रेमियों का दिल जीत लिया।
गणमान्य अतिथियों की उपस्थिति : कार्यक्रम के मुख्य अतिथि महापौर श्री मुकेश टाटवाल और विशिष्ट अतिथि भाजपा जिला उपाध्यक्ष आनंद सिंह खिंची, शूटिंग ड्राफ्ट के पूर्व अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ी भास्कर राव भागवत, पार्षद प्रतिनिधि छोटेलाल पटेल, पार्षद प्रतिनिधि राजा कलरा, पार्षद पुसोतम मालवीय, मंडल अध्यक्ष मुकेश पोरवाल, हरीश सोलंकी, महाकाल मैरिज गार्डन के संचालक लाखन सिंह राजपूत, वार्ड अध्यक्ष अनिल गिरी, उज्जैन और परमानंद प्रजापत ने खिलाड़ियों का उत्साह बढ़ाया और उन्हें सम्मानित किया। क्रिकेट एकेडमी के कोच तुषार चौहान ने संचालन किया।
दिव्यांगजनों के लिए प्रेरणा का स्रोत : यह आयोजन दिव्यांगजनों के प्रति समाज की सोच बदलने और उनकी क्षमताओं को पहचान दिलाने की दिशा में एक अहम कदम साबित हुआ। आयोजकों ने सभी सहयोगियों और मीडिया का आभार व्यक्त किया।