विक्रम विश्वविद्यालय में हुआ “वीर बाल दिवस” पर संगोष्ठी का आयोजन

उज्जैन, विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन के पंडित जवाहरलाल नेहरू प्रबंध संस्थान के तत्वावधान में सिखों के दसवें गुरु श्री गुरु गोविंद सिंह जी के चार पुत्रों की शहीदी की पावन स्मृति में 26 दिसंबर, को एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के प्रमुख अतिथि डॉ महेंद्र इंगोले प्रोफेसर, डीन CSMU यूनिवर्सिटी पनवेल मुंबई थे l विशिष्ट अतिथि सिख समाज के संभागीय प्रवक्ता एस एस नारंग एवं अध्यक्षता पंडित जवाहरलाल नेहरू प्रबंध संस्थान के डायरेक्टर डॉ धर्मेंद्र जी मेहता ने की l

वीर बाल दिवस के अवसर पर अपराजित योद्धा ,50% से अधिक विकलांगता से जंग लड़ते हुए दिव्यांग अभय जायसवाल ने संघर्ष कर PHD पूर्ण की l सिख समाज द्वारा उनका सम्मान किया गया l

कार्यक्रम के प्रमुख अतिथि डॉ महेंद्र इंगोले प्रोफेसर, डीन CSMU यूनिवर्सिटी पनवेल मुंबईने कहा कि भारत का गौरवशाली इतिहास अनेक अमर शहीदों के योगदान से भरा हुआ है। गुरु गोविंद सिंह जी के अमर बलिदानी पुत्रों से आज प्रेरणा लेने की आवश्यकता है। उनका स्मरण राष्ट्र के निर्माण में युवाओं की भूमिका को मजबूती देता है।

पंडित जवाहरलाल नेहरू प्रबंध संस्थान के डायरेक्टर डॉक्टर धर्मेंद्र मेहता ने कहा कि कहा कि गुरु गोविंद सिंह जी और उनके बलिदानी वीर पुत्रों का स्मरण हम सबके लिए नव प्रेरणा का संचार करता है। शिक्षा केंद्रों में देश के इतिहास के गौरवशाली पृष्ठों को सामने लाने के प्रयास निरन्तर होने चाहिए। आज सम्पूर्ण विश्व में शक्तिशाली राष्ट्र भारत की विशेषताओं को सामने लाने की जरूरत है। देश के युवा इस दिशा में महत्वपूर्ण योगदान दे सकते हैं।

सिख समाज के संभागीय प्रवक्ता एस एस नारंग ने अपने व्याख्यान में कहा गोविंदसिंह जी और उनके वीर पुत्रों का सन्देश है कि सत्य और न्याय के लिए, ज़ुल्म के प्रतिकार और धर्म की रक्षा के लिए शस्त्र और शास्त्र दोनों को महत्व देना जरूरी है।

कार्यक्रम का संचालन शोधार्थी पल्लवी शर्मा एवं आभार शिल्पी सावंत ने व्यक्त किया!