हर्ष उल्लास और धूमधाम से मनाया गया 76वां गणतंत्र दिवस

उज्जैन, भारतीय गणतंत्र के 76वे गणतंत्र दिवस के अवसर पर मध्यप्रदेश शासन के कौशल विकास एवं रोजगार राज्य मंत्री तथा उज्जैन जिले के प्रभारी मंत्री श्री गौतम टेटवाल के मुख्य आतिथ्य में मुख्य समारोह रविवार को दशहरा मैदान में आयोजित किया गया।

कार्यक्रम में बतौर विशिष्ट अतिथि विधायक श्री अनिल जैन कालूहेडा, महापौर श्री मुकेश टटवाल, नगर निगम सभापति श्रीमती कलावती यादव, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती कमला कुँवर, उपाध्यक्ष श्रीमती शिवानी कुँवर, श्री बहादुर सिंह बोरमुण्डला, श्री संजय अग्रवाल, अशोक प्रजापत, श्री राजेन्द्र भारती, एडीजी श्री उमेश जोगा, संभागायुक्त श्री संजय गुप्ता, कलेक्टर श्री नीरज कुमार सिंह, पुलिस अधीक्षक श्री प्रदीप शर्मा, सीईओ जिला पंचायत श्रीमती जयति सिंह, नगर निगम आयुक्त श्री आशीष पाठक एवं अन्य गणमान्य नागरिक तथा प्रशासनिक अधिकारी मौजूद थे।

कार्यक्रम में सर्वप्रथम प्रभारी मंत्री श्री गौतम टेटवाल ने स्थल पर पहुंचकर राष्ट्र ध्वज फहराया और राष्ट्रगान हुआ। इसके पश्चात प्रभारी मंत्री ने खुली जीप में परेड का निरीक्षण किया एवं आकाश में प्रसन्नता के प्रतीक गुब्बारे छोड़े। इस दौरान कला पथक दल द्वारा मप्र गान का गायन किया गया। प्रभारी मंत्री ने मुख्यमंत्री के सन्देश का वाचन किया। मुख्यमंत्री डॉ.यादव ने अपने संदेश में कहा कि पिछले एक वर्ष में प्रदेश के चहुंमुखी विकास के साथ प्रदेश की जनता के हित में जनसहयोग से जो कार्य हुए हैं उनसे मध्यप्रदेश विकसित राज्य के रूप में पहचान बना रहा है। प्रदेश के भीतर नदी जोड़ो परियोजनाओं को क्रियान्वित किए जाने की दिशा में कार्य प्रारंभ किया गया है। क्षिप्रा-गंभीर-कान्ह डक्ट परियोजना इसका उदाहरण है।

विभिन्न कम्पनियों में केम्पस प्लेसमेंट ड्राइव से वर्तमान वित्त वर्ष में 5 हजार से अधिक आईटीआई उत्तीर्ण युवाओं का चयन किया गया है। इस वर्ष 22 नए आईटीआई प्रारंभ होंगे। प्रदेश के सभी जिलों में गौशालाओं का सुचारू संचालन होगा। पशुपालकों और किसानों को 10 से ज्यादा गाय पालने पर सरकार द्वारा अनुदान देने का विचार है। प्रदेश में 89 लाख से अधिक महिलाओं को नि:शुल्क गैस कलेक्शन दिए गए हैं। प्रदेश सरकार के द्वारा महिला श्रम पर आधारित उद्योगों, विशेष रूप से रेडीमेड गारमेंट इंडस्ट्री में प्रति महिला श्रमिक 5 हजार रूपये के मान से प्रोत्साहन राशि देने का निर्णय लिया गया है।

वर्ष 2025 को उद्योग एवं रोजगार वर्ष घोषित किया गया है। अब तक उज्जैन, जबलपुर, ग्वालियर, सागर, रीवा, नर्मदापुरम और शहडोल में सम्पन्न 6 रिजनल इंडस्ट्रीयल कॉन्क्लेव में निवेश के महत्वपूर्ण प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं। उज्जैन के अलावा इंदौर और रीवा में नए आईटी पार्क स्थापित होंगे। शिक्षा में गुणवत्ता के लिए उज्जैन, भोपाल, ग्वालियर, जबलपुर, इंदौर और रीवा के 6 विश्वविद्यालयों में इंक्यूबेशन सेंटर की स्थापना की गई है। जलजीवन मिशन के अंतर्गत प्रदेश के लगभग 75 लाख परिवारों को नल से जल की सुविधा प्राप्त हो रही है। इंदौर, उज्जैन, देवास, धार को मिलाकर एक तथा भोपाल, सीहोर, रायसेन, विदिशा, ब्यावरा, राजगढ़ को मिलाकर दूसरा महानगरीय क्षेत्र बनाया जाएगा।

राज्य सरकार के एक वर्ष पूर्ण होने पर मध्यप्रदेश में 11 से 26 दिसंबर तक जनकल्याण पर्व मनाया गया। अभियान में 45 हितग्राही मूलक योजनाओं के साथ सेवा शिविर लगाकर 32 लाख से अधिक नागरिकों के हित लाभ आवेदन पत्रों का निराकरण किया गया है। प्रदेश में श्रीकृष्ण लीलाओं से जुड़े विभिन्न तीर्थ स्थलों जैसे उज्जैन के सांदीपनि आश्रम, नारायणा गांव, इंदौर के जानापाव और धार के अमझेरा को जोड़कर श्रीकृष्ण पाथेय का निर्माण होगा।

उज्जैन में विश्व की पहली वैदिक घड़ी स्थापित कर भारतीय काल गणना परंपरा का साक्षातकार पूरी दुनिया से करवाया गया। प्रदेश सरकार ने सम्राट विक्रमादित्य के विभिन्न आयामों को देश और विदेश के सामने लाने के लिए विभिन्न क्षेत्रों में कार्य प्रारंभ किया है।

उज्जैन में अखाड़ों और आश्रमों के लिए स्थाई सरंचना के उद्देश्य से भूमि आवंटन का निर्णय लिया गया है। सिंहस्थ-2028 को वैश्विक आयोजन बनाया जाएगा। क्षिप्रा का जल निर्मल और प्रवाहमान रहेगा इसके लिए विभिन्न परियोजनाओं का क्रियान्वयन चल रहा है। प्रदेश में उज्जैन, इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर, भोपाल, रीवा और सिंगरोली व खजुराहों के मध्य पीएम श्री पर्यटन वायु सेवा का संचालन शुरू हुआ है।

युवाओं में नशे की प्रवृत्ति न बढ़े इस दिशा में भी अनेक जागरूकता कार्यक्रम राज्य में आयोजित किए जाएंगे। प्रदेश के जिन धार्मिक नगरों में शराब बंदी लागू होगी उनमें उज्जैन, आँकारेश्वर, महेश्वर, मंडलेश्वर, औरछा, मैहर, चित्रकूट, दतिया, पन्ना, मण्डला, मुल्ताई, मंदसौर, अमरकण्टक, सलकनपुर, बर्माकलां, बरमानखुर्द, कुण्डलपुर और बांदकपुर शामिल है।

हमारा प्रदेश देश के भूगोल के केन्द्र होने की पहचान से आगे बढ़कर राष्ट्र के विकास और खुशहाली का नाभी केन्द्र बने। यही हमारा संकल्प है। सभी नागरिकों को एक बार पुन: गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं।

इसके पश्चात परेड दल द्वारा राष्ट्रपति की जय का उद्घोष कर हर्षफायर किया गया। तत्पश्चात परेड कमांडर रक्षित निरीक्षक श्री रणजीत सिंह और सेकंड परेड कमांडर सुबेदार श्रीमती स्वाती कामले के नेतृत्व में 32वी वाहिनी विशेष सशस्त्र बल, जिला पुलिस बल पुरूष प्लाटून, जिला पुलिस बल महिला प्लाटून, जिला होमगार्ड प्लाटून, 10 एमपी बटालियन एनसीसी गोवर्नमेंट गर्ल्स पीजी कॉलेज, 02 एमपी बटालियन एनसीसी भारतीय ज्ञानपीठ, 10 एमपी बटालियन एनसीसी गवर्नमेंट गर्ल्स दशहरा मैदान हा.से.स्कूल, 02 एमपी बटालियन एनसीसी शासकीय उ.मा.वि, 01 एमपी नेवल यूनिट एनसीसी शासकीय उ.मा.वि, एनएसएस, नगर रक्षा समिति के दल और पुलिस बेंड दल के द्वारा मार्चपास्ट किया गया। प्रभारी मंत्री श्री टेटवाल ने सभी परेड कमांडरों से परिचय प्राप्त किया। प्रभारी मंत्री ने इसके पश्चात स्वतंत्रता संग्राम सैनानी एवं लोकतंत्र सैनानियों के बीच पहुंचकर शाल एवं श्रीफल से उनका सम्मान किया।

*समारोह में सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी गई*

गणतंत्र दिवस समारोह में आकर्षक सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति स्कूली छात्र-छात्राओं द्वारा दी गई। इनमें सर्वप्रथम शासकीय क.उ.मा.वि दशहरा मैदान एवं उत्कृष्ट उ.मा.वि माधव नगर के 1000 विद्यार्थियों के द्वारा पीटी प्रदर्शन किया गया। मालवा क्षेत्र में धूमधाम से मनाए जाने वाले संजा उत्सव की नृत्य के माध्यम से प्रस्तुति सांई सनातन इंटरनेशनल स्कूल के विद्यार्थियों ने दी। इसके पश्चात सेंट मेरिज कॉन्वेंट सीनियर सेकेण्डरी स्कूल के विद्यार्थियों ने हरियाणवी लोकनृत्य प्रस्तुत किया। इसके बाद भारतीय ज्ञानपीठ हायर सेकेण्डरी स्कूल महानंदा नगर के विद्यार्थियों ने मनमोहने वाली भगवान श्री राम की कथा की प्रस्तुति नृत्य के माध्यम से दी। इसके पश्चात केन इंटरनेशनल गल्स स्कूल के द्वारा ब्रज की होली की प्रस्तुति नृत्य के माध्यम से दी। सांस्कृतिक कार्यक्रमों के पश्चात लोकमान्य टीलक सांस्कृतिक न्यास एवं माधव मल्खंभ प्रशिक्षण केन्द्र माधव सेवा न्यास भारत माता मंदिर के विद्यार्थियों द्वारा मल्खंभ की प्रस्तुति दी गई।

*विभिन्न विभागों ने आकर्षक झांकियां निकाली*

सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति के बाद विभिन्न विभागों द्वारा तैयार की गई आकर्षक झांकियां निकाली गई। शिक्षा विभाग द्वारा वेदशाला, डोंगला एस्ट्रोलेब, जिला पंचायत द्वारा बटीक प्रिंट, क्रियाशील पंचायत, स्वास्थ्य विभाग द्वारा मेडिसीटी मॉडल, आयुष्मान कार्ड 70 प्लस वितरण, सामाजिक न्याय विभाग द्वारा नशा मुक्ति केन्द्र, यूडीए द्वारा क्षिप्रा विहार कमर्शियल सेंटर एवं धार्मिक पर्यटन, कृषि विभाग द्वारा कृषि संबंधी आधुनिक यंत्र प्राकृतिक खेती, महिला एवं बाल विकास द्वारा मीलेट प्रमोशन, कुपोषण से मुक्ति, जिला जेल द्वारा सुधार गृह, गौशाला, स्वास्थ्य परीक्षण एवं अन्य नवाचार, एमपीएसईबी द्वारा प्रधानमंत्री सूर्य घर मुक्ति बिजली योजना, पीएचई द्वारा वर्षा जल संचयन, जल संसाधन विभाग द्वारा क्षिप्रा शुद्धिकरण, सेवरखेड़ी-सिलारखेड़ी परियोजना, एमपीआरडीसी और लोक निर्माण विभाग द्वारा केबल कार, मेट्रो, सदावल हेलीपेड, दताना एयरस्ट्रीप, राजस्व विभाग द्वारा जनकल्याण अभियान और उद्योग विभाग द्वारा नवीन औद्योगिक क्षेत्र महिदपुर मॉडल का प्रदर्शन झांकियों में किया गया।

*शासकीय सेवकों को प्रशस्ति-पत्र एवं पुरस्कार वितरण*

प्रतिवर्ष अनुसार इस वर्ष भी उल्लेखनीय कार्य करने वाले शासकीय अधिकारी एवं कर्मचारियों को प्रभारी मंत्री श्री टेटवाल ने प्रशस्ति-पत्र और पुरस्कार वितरीत किए। इनमें 56 विभिन्न विभागों के अधिकारी और कर्मचारी तथा 46 पुलिस विभाग के अधिकारी और कर्मचारी तथा 04 आम नागरिकों को दायित्वों के कुशल निर्वहन और सराहनीय योगदान पर प्रशस्ति-पत्र और पुरस्कार वितरीत किए गए। परेड में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने पर जिला पुलिस बल महिला प्लाटून दल को प्रथम पुरस्कार, 32वी वाहिनी सशस्त्र बल को द्वितीय पुरस्कार एवं जिला पुलिस पुरूष बल को तृतीय पुरस्कार प्रदान किये गये। इसके अलावा झांकी में शिक्षा विभाग को प्रथम पुरस्कार, उज्जैन विकास प्राधिकरण को द्वितीय एवं जिला पंचायत को तृतीय पुरस्कार प्रदान किये गए। सांस्कृतिक कार्यक्रमों के तहत केन इंटरनेशनल स्कूल को प्रथम पुरस्कार, सांई सनातन स्कूल को द्वितीय पुरस्कार और भारतीय ज्ञानपीठ महानंदा नगर को तृतीय पुरस्कार प्रदान किए गए। इसके अतिरिक्त मंत्री श्री टेटवाल ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत करने वाले सभी दलों को 5-5 हजार रूपये की पुरस्कार राशि दिए जाने और मल्खंभ के विद्यार्थीयों को 11हजार रूपये की पुरस्कार राशि दिए जाने की घोषणा की।

कार्यक्रम का संचालन श्री शैलेन्द्र व्यास और श्रीमती पद्मजा रघुवंशी ने किया।