उज्जैन। विश्व रेडियो दिवस के अवसर पर रेडियो दस्तक 90.8 FM ने एक संगीतमयी, हास्यपूर्ण और साहित्यिक संध्या ‘बोलेगा उज्जैन’ का आयोजन किया, जिसमें उज्जैन की प्रतिभाओं ने अपनी कला से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया।
रेडियो दस्तक के नियमित श्रोताओं की सहभागिता और जुड़ाव को प्रोत्साहित करने वाले इस आयोजन में संगीत, ग़ज़ल और काव्य-पाठ जैसी विविध प्रस्तुतियां हुईं। किसी ने अरिजीत सिंह के गीतों को बखूबी प्रस्तुत किया तो किसी ने अपनी ग़ज़ल से खूब दाद बटोरी, वहीं कवियों ने अपनी रचनाओं से समां बांध दिया।
बोलेगा उज्जैन कार्यक्रम के लिए पूर्व में ऑडिशन राउंड का आयोजन किया गया जिसमें उज्जैन की प्रतिभाओं ने बढ़चढकर हिस्सा लिया, तत्पश्चात उन्हीं में से कुछ चयनित प्रतिभाओं ने ‘बोलेगा उज्जैन’ की इस संगीतमय शाम में अपनी प्रस्तुति दी।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि वरिष्ठ फ़िल्म संगतकार अनूप सिंह बोरलिया ने कहा कि रेडियो एक सर्वकालिक सशक्त माध्यम है, जो किसी भी परिस्थिति में श्रोताओं तक पहुंचने का बेहतरीन मंच है। उज्जैन के पहले कम्युनिटी रेडियो दस्तक 90.8 एफएम ने विगत 6 वर्षों में उज्जैन में एक विशिष्ट पहचान बनाई है। रेडियो दस्तक केवल सूचना और मनोरंजन का साधन नहीं, बल्कि समाज को जागरूक करने, संस्कृति को सहेजने और विचारों को प्रसारित करने का भी एक प्रभावी मंच है।
प्रतिभावान गायिका संगीता लोदवाल ने रेडियो दस्तक परिवार को शुभकामना प्रदत्त करते हुए अपनी मधुर गायकी की से समां बांधा।
इस अवसर पर रेडियो दस्तक के प्रचलित शो ‘जिंदगी जिंदाबाद’ के होस्ट निर्मल भटनागर द्वारा प्रत्यक्ष रूप से प्रेरक कहानियां सुनकर श्रोतागण विशेष रूप से आनंदित हुए।
प्रतिभागियों को रेडियो दस्तक प्रमुख श्रीमती अमृता कुलश्रेष्ठ ने सम्मानित किया।
कार्यक्रम का संचालन विशाल गोस्वामी और श्रीमती प्रियंका शैवालकर ने किया। इस अवसर पर रेडियो दस्तक की पूरी टीम और रेडियो के नियमित श्रोतागण बड़ी संख्या में उपस्थित थे।