श्री अष्ट विनायक मंदिर सांवराखेड़ी पर होगा प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव एवं श्री गणेश महायज्ञ का भव्य आयोजन

उज्जैन। श्री महाकाल बाबा के दर्शन करने आने वाले भक्तों को अब अष्टविनायक के दर्शन का लाभ भी मिल सकेगा । इसके लिए 30 अप्रैल से 5 मई तक श्री अष्ट विनायक मंदिर सांवराखेड़ी पर होगा भव्य आयोजन होगा। पांच दिवसीय श्री अष्टविनायक प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव एवं श्री गणेश महायज्ञ का आयोजन आज से शुरू हो जाएगा। यह जानकारी अष्ट विनायक मंदिर के संस्थापक पंडित हेमंत व्यास, पंडित संजय व्यास और पंडित शैलेन्द्र व्यास ने पत्रकारवार्ता में दी। उन्होंने बताया कि उज्जैन में इस धाम की परिकल्पना के केंद्र में महाराष्ट्र के पुणे अहमदनगर और रायसेन जिले के अष्टविनायक हैं। उसी के अनुरूप उज्जैन के अष्ट विनायक मंदिर में भगवान गणेश के आठ स्वरूपों को भक्तों और दर्शनार्थियों के कल्याण के निमित्त स्थापित करने का प्रयास किया गया है।
पंडित हेमंत व्यास ने बताया कि सात एकड़ के विशाल परिसर में अष्ट विनायक धाम की परिकल्पना साकार होने लगी है। परिसर में भारतीय परंपरा मदिर स्थापत्यकला के अनुरूप निर्मित देवालय में मुख्य शिखर के अतिरिक्त आठ उप शिखरों का निर्माण कर अष्ट विनायक के मंगल विग्रह स्थापित किए गए हैं। मध्य में श्री की विशाल और सुदंर प्रतिम है, जिनके साथ देवी ऋद्धि -सिद्धी भी विराजमान है।

महाराष्ट्र के अष्ट विनायक की स्थापना उज्जैन में सकारात्मक संकेत के बाद : पंडित हेमंत व्यास ने बताया कि महाराष्ट्र के अष्ट विनायक मंदिर की प्रतिकृति का निर्माण करने से पहले वे अष्ट विनायक को मनाने, उनसे अनुमति लेने सभी मंदिरों में गए थे। वहां के पुजारियों और धर्म से जुड़े अनेक लोगों से चर्चा और खोजबीन के बाद जब उन्हें उज्जैन में अष्ट विनायक धाम की स्थापना के सकारात्मक संकेत मिले उसके बाद ही उन्होंने यहां अष्ट विनायक धाम की स्थापना का काम सात साल पहले शुरू कराया था, जो अब मूर्त रूप लेने जा रहा है।

मुख्यमंत्री रहेंगे 5 मई को मुख्य अतिथि, संतों का मिलेगा आशीर्वचन : पंडित हेमंत व्यास ने बताया कि 30 अप्रैल से श्री अष्ट विनायक प्राण प्रतिष्ठा एं श्री गणेश महायज्ञ का आयोजन शुरू हो जाएगा। इस दिन जयपुर में बनी गणेश प्रतिमा की जल यात्रा, पूर्वांग उतरांग, प्रायश्चित, हेमाद्रि स्नान, पंचागंकर्म, आचार्यदिवरण मंडप प्रवेश, मूर्ति व्रणभंग एवं देव विग्रह जलाधिवास का आयोजन होगा। 1 मई को नित्यान्हिक पूजन, पीठ देवता स्थापन, देव विग्रह धान्याधिवास, 2 मई को नित्यान्हिक स्थापित देवता पूजन, अग्नि स्थापना, आदि आयोजन होंगे। 3 मई को नित्यार्चन, देव प्रतिमाओं का गंधाधिवास आदि पूजन होंगे। 4 मई को नित्यार्चन न्याय विधि आदि पूजन किए जाएंगे। 5 मई को लोकार्पण समारोह,संत आशीर्वाद, भंडारा, भव्य भजन संध्या का आयोजन होगा। इस दिन के आयोजन के मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री मोहन यादव होंगे। जबकि विशेष अतिथि उमेशनाथ महाराज, राज्यसभा सांसद, अनिल फिरोजिया, लोकसभा सांसद, विधायक अनिल जैन कालूहेडा, सतीश मालवीय, जितेंद्र पंडया, महेश परमार, मुकेश टटवार महापौर, श्रीमती कलावति यादव नगर निगम सभापति, संजय अग्रवाल भाजपा अध्यक्ष, नारायण यादव वरिष्ठ समाजसेवी, सुरेश मोढ़, समाजसेवी, महेश परियानी समाजसेवी, रवि सोलंकी समाजसेवी, नरेश शर्णा समाजसेवी, राजेश सिंह कुशवाह समाजसेवी, सुरेंद्र चतुर्वेदी अध्यक्ष अभा ब्राह्मण समाज, तरूण उपाध्याय समाजसेवी, केदार रावल अध्यक्ष मप्र नागर ब्राह्मण परिषद रहेंगे।

भाईयों ने अष्टविनायक धाम के सपने को साकार करने में सहयोग प्रदान किया : पंडित हेंमंत व्यास ने पत्रकारवार्ता में भावुक होकर बताया कि उनके बचपन के सपने अष्ट विनायक धाम को साकार करने में उनके दो भाईयों संजय और शैलेंद्र ने कंधे से कंधा मिलाकर साथ दिया और आज भी दे रहे हैं। उन्होंने घोषणा करते हुए कहा कि वे 55 साल की उम्र में व्यापार -व्यवसाय करना छोड़ देंगे। पूरा समय अष्ट विनायक धाम की कीर्ति पताका को पूरी दुनिया में फहराने के एकमात्र लक्ष्य में जुट जाएंगे। उन्होंने कहा कि अष्ट विनायक धाम में पूरे वर्ष भर धार्मिक आयोजन होंगे। एक कथा धाम के संत करेंगे और एक कथा का आयोजन नए कथाकार से कराकर उन्हें अवसर प्रदान किया जाएगा।

लोक कलाकारों को मंच और धाम में गूंजेगा संगीत : पंडित हेंमंत व्यास ने कहा कि धाम में लोक कलाकारों को अपने हुनर और प्रतिभा भक्तों और अष्ट विनायक धाम में आने वाले श्रद्धालुओं को अवगत कराने का मौका मिलेंगा। साथ देश के फिल्मी और संगीत से जुड़े सितारों को भी आमंत्रित करके समाज और शहर के लोगों को संगीत से जुड़ने का अवसर प्रदान किया जाएगा।