4 मई को शाम 5 बजे जनता को दर्शन देने रथ में निकलेंगे कर्मों के लेखक भगवान श्री चित्रगुप्त

उज्जैन । वैशाख शुक्ल गंगा सप्तमी रविवार 4 मई को जन्म से लेकर मृत्यु तक प्रत्येक प्राणी के कर्म का हिसाब किताब रखने वाले भगवान श्री चित्रगुप्त जी के प्राकट्य दिवस के अवसर पर शाम 5 बजे ग्रांड होटल फ्रीगंज से भगवान श्री चित्रगुप्त जनदर्शन यात्रा निकलेगी । रथ में सवार होकर जनता को दर्शन देंगे इस दिन कायस्थ समाज के घरों में चूल्हा नहीं जलेगा । कुटुंब रसोई में एक साथ मिलकर भोजन करेंगे । सर्व समाज को जोड़ कर राष्ट्र की एकता और अखंडता का संदेश जनदर्शन यात्रा में दिखेगा। भगवान राम व भारत माता का रथ भी आगे चलेगा । राष्ट्र गान से यात्रा शुरू होगी। महिलाए केसरिया साड़ी पहन कर निकलेगी। यात्रा की तैयारी को लेकर शुक्रवार को रात 8 बजे एक बैठक श्री चित्रगुप्त घाट छोटे पुल पर रखी गई है।
कार्यक्रम संयोजक दिनेश श्रीवास्तव ने बताया कि प्रतिवर्ष अनुसार इस वर्ष भी भगवान श्री चित्रगुप्त जनदर्शन यात्रा एवं कुटुंब रसोई का आयोजन भगवान श्री चित्रगुप्त जी के प्राकट्य दिवस 4 मई 2025 को किया जाएगा । भगवान श्री चित्रगुप्त रथ अंकपात स्थित मंदिर से आएगा जो शाम 5 बजे ग्रांड होटल फ्रीगंज से वाहन रैली के रूप में नगर के प्रमुख मार्गो से होते हुए श्री चित्रगुप्त घाट छोटे पुल पर पहुंचेगा । यहां पर भगवान श्री चित्रगुप्त जी एवं मां क्षिप्रा मैया की आरती के बाद कुटुंब रसोई का आयोजन होगा।
भगवान श्री चित्रगुप्त जनदर्शन यात्रा में कुटुंब रसोई की आयोजन की संपूर्ण तैयारी को लेकर श्री चित्रगुप्त घाट पर आज शुक्रवार को रात 8:00 बजे एक महत्वपूर्ण बैठक रखी गई है जिसमें सारी व्यवस्थाओं पर चर्चा होगी।

80 से अधिक स्थानों पर स्वागत ………
भगवान श्री चित्रगुप्त जनदर्शन यात्रा का विभिन्न सामाजिक संस्थाओं एवं सर्व समाज अध्यक्ष के नेतृत्व में जगह-जगह मंच लगाकर स्वागत किया जाएगा । स्वागत करने वाले सभी संगठनों के प्रतिनिधियों का सम्मान यात्रा के समापन अवसर पर किया जाएगा । कार्यक्रम सहसंयोजक श्रीमती अनुपमा श्रीवास्तव ने कहा कि आयोजन की तैयारी में नारी शक्ति ने बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है । कुटुंब रसोई के लिए एक एक परिवार को जोड़ा है सभी नारी शक्ति केसरिया साड़ी पहने भगवान की यात्रा में सम्मिलित होगी । वरिष्ठ समाज सेवी मोतीलाल श्रीवास्तव ने अपील की है कि विभिन्न समाज के लोगों का भी यात्रा में जुड़ने पर अभिनंदन हैं यह हर्ष का विषय है कि हमारे भगवान और महापुरुष सभी जाति एवं राष्ट्र होते हैं । कायस्थ समाज ने एक महत्वपूर्ण पहल की थी कि सब समाज सभी भगवान के प्रकट दिवस मिलजुल कर बनाएं । हम जातियों में उत्सव जरूर मनाएं पर किसी जाति से प्रतिद्वंदता नही होना चाहिए । हमारे लिए राष्ट्र सर्वोपरि है । हम सब भगवान के अनुयाई है इसलिए सब मिल जुल कर उत्सव मना रहे हैं । उर्मिला श्रीवास्तव , चेतना श्रीवास्तव , शशिराज भटनागर, आशा श्रीवास्तव , शशि श्रीवास्तव , पिंकी श्रीवास्तव ,सीमा निगम ,रजनी कुलश्रेष्ठ, पिंकी निगम , नेहा श्रीवास्तव, अमित सक्सेस सर, संजय श्रीवास्तव, चेतन श्रीवास्तव ,राज भूषण श्रीवास्तव ,अतुल सक्सेना, युधिष्ठिर कुलश्रेष्ठ , रूप किशोर कुलश्रेष्ठ, आदि ने आयोजन को सफल बनाने का अनुरोध किया है।