उज्जैन, सड़क दुर्घटनाओं में मृत्यु के मामलों में दोपहिया वाहन चालकों की संख्या सबसे अधिक होती है। आंकड़ों के अनुसार, प्रतिवर्ष देशभर में लगभग 50,000 लोगों की सड़क दुर्घटनाओं में मृत्यु होती है, जिनमें से लगभग 35,000 दोपहिया वाहन चालक होते हैं, जिनकी मृत्यु का मुख्य कारण हेलमेट नहीं पहनना होता है। सिर में गंभीर चोट लगने से कई बार चालक कोमा में चले जाते हैं, जिससे उनका पूरा परिवार मानसिक, भावनात्मक और आर्थिक रूप से प्रभावित होता है। मध्यप्रदेश में भी प्रतिवर्ष लगभग 3,000 दोपहिया चालकों की मृत्यु हेलमेट न पहनने के कारण हो रही है।
इस गंभीर स्थिति को ध्यान में रखते हुए सड़क दुर्घटनाओं में होने वाली मृत्यु दर में कमी लाने के उद्देश्य से, पुलिस अधीक्षक उज्जैन के निर्देशन में, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (यातायात) के मार्गदर्शन तथा उप पुलिस अधीक्षक (यातायात) एवं उप पुलिस अधीक्षक (यातायात) के नेतृत्व में यातायात पुलिस द्वारा भारतपुरी चौराहा एवं नानाखेड़ा चौराहा पर विशेष अभियान चलाया गया।
इस अभियान के अंतर्गत हेलमेट पहनकर वाहन चलाने वाले जिम्मेदार दोपहिया चालकों को उज्जैन यातायात पुलिस द्वारा स्मृति चिह्न प्रदान कर सम्मानित किया गया तथा उन्हें सुरक्षित यातायात के लिए प्रोत्साहित किया गया। कई चालकों ने स्वयं बताया कि दुर्घटना के समय हेलमेट पहनने के कारण उनकी जान बच सकी। उनका यह भी कहना था कि परिवार की जिम्मेदारी हमारे कंधों पर है, इसलिए स्वयं की सुरक्षा ही हमारे परिवार की सुरक्षा है।
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यातायात पुलिस उज्जैन की आमजन से अपील –
🔹 दोपहिया वाहन चलाते समय सदैव मानक हेलमेट पहनें।
🔹 यातायात नियमों का पालन करें और दूसरों को भी इसके लिए प्रेरित करें।
🔹 अपनी और अपने परिवार की सुरक्षा के लिए सजग रहें।
“हेलमेट लगाएं – जीवन बचाएं। आपका जीवन अनमोल है।”