वाटर वुमेन ऑफ इंडिया ने ऑपरेशन सिंदूर में सेना के पराक्रम पर विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन के परिसर में किया सिंदूर के पौधों का रोपण

उज्जैन, विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन द्वारा ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारतीय सेना के पराक्रम को ध्यान में रखते हुए विश्वविद्यालय स्वर्ण जयंती द्वार के सम्मुख स्थित उद्यान में सिंदूर के पौधों का रोपण पंचतत्व फाउंडेशन की संस्थापक सुश्री शिप्रा पाठक (वाटर वूमेन ऑफ इंडिया) के मुख्य अतिशय में किया गया ।

विक्रम विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ अनिल शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि मंगलवार को विश्वविद्यालय द्वारा भारतीय सेना के पराक्रम की स्मृति को बनाए रखने के लिए विक्रम विश्वविद्यालय परिसर के उद्यान में सिंदूर के पौधे रोपे गए। इस आयोजन की मुख्य अतिथि सुश्री शिप्रा पाठक ने स्वर्ण जयंती द्वार स्थित उद्यान में सर्वप्रथम सिंदूर का पौधा रोपा, उसके पश्चात विक्रम विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों, शिक्षकों, अधिकारियों तथा कर्मचारियों द्वारा सिंदूर के पौधे रोपे जाकर भारतीय सेना को ऑपरेशन सिंदूर के लिए उसके साहस और पराक्रम को धन्यवाद दिया। कार्यक्रम की अध्यक्षता विक्रम विश्वविद्यालय के कुलगुरु प्रो अर्पण भारद्वाज ने की ।

पंचतत्व फाउंडेशन की संस्थापक सुश्री शिप्रा पाठक ने पौधारोपण के पश्चात अपने संक्षिप्त उद्बोधन में भारतीय सेना के पराक्रम को सर्वश्रेष्ठ बताते हुए कहा कि देश का प्रत्येक नागरिक सेना के समर्पण और साहस को सम्मानित करता है ।

अध्यक्षीय उद्बोधन में विक्रम विश्वविद्यालय के कुलगुरु प्रो‌ अर्पण भारद्वाज ने सेना के पराक्रम और साहस को भारत की पहचान बताया,जिसके कारण ऑपरेशन सिंदूर विजय का प्रतीक है। कार्यक्रम में आभार प्रदर्शन विक्रम विश्वविद्यालय के कुल सचिव डॉ अनिल शर्मा ने प्रदर्शित किया।