महर्षि सांदीपनि के द्वारा दी गई विद्या ग्रहण कर भगवान श्री कृष्ण को जगद्गुरु की उपाधि मिली – मुख्यमंत्री डॉ यादव

उज्जैन, मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने शुक्रवार को गुरु पूर्णिमा के अवसर पर महर्षि सांदीपनि आश्रम पहुंचकर भगवान श्री कृष्ण के गुरु महर्षि सांदीपनि के दर्शन कर पूजन अर्चन और आरती की। पूजा अर्चना पंडित राजेश जोशी ने संपन्न करवायी। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर अति प्राचीन श्री कुंडेश्वर महादेव मंदिर पहुंचकर भगवान के दर्शन भी किए।

मुख्यमंत्री डॉ यादव ने इस अवसर पर कहा कि वे पिछले कई वर्षों से लगातार गुरु पूर्णिमा के अवसर पर सांदीपनि आश्रम में आकर दर्शन और पूजा अर्चना करते हैं । महर्षि सांदीपनि आश्रम का अतीत अत्यंत गौरवशाली और अद्वितीय रहा है। आज से लगभग 5000 वर्ष पहले भगवान श्री कृष्ण, श्री सुदामा और श्री बलराम ने यहां आकर महर्षि सांदीपनि से विद्या ग्रहण की थी। भगवान श्री कृष्ण ने यहां उनके गुरु महर्षि सांदीपनि व्यास से बहुत कम दिनों में 14 विद्या और 64 कलाओं का अध्ययन किया था। एक विद्यार्थी का सर्वांगीण विकास कैसे हो सकता है, इसका इतिहास इसी सांदीपनि आश्रम में रचा गया था। महर्षि सांदीपनि के द्वारा प्रदान की गई विद्या से ही भगवान श्री कृष्ण को विश्व गुरु की उपाधि मिली। वर्तमान में भारत फिर अपने गौरवशाली अतीत को प्राप्त कर रहा है। मुख्यमंत्री डॉ यादव ने अपनी ओर से सभी को गुरु पूर्णिमा पर्व की हार्दिक शुभकामनाएं दी।

महर्षि सांदीपनि व्यास के वंशज और मंदिर के पुजारी परिवार के सदस्यों ने जानकारी दी कि प्रतिवर्ष गुरु पूर्णिमा के अवसर पर आश्रम में विशेष आयोजन किया जाता है। सांदीपनि आश्रम में प्रातः विशेष पूजन अर्चन और पंचामृत अभिषेक किया गया, साथ ही प्रथम बार शिक्षा प्रारंभ करने वाले विद्यार्थियों के द्वारा यहां पर स्लेट की पूजा की गई।

इस अवसर पर विधायक श्री अनिल जैन कालूहेड़ा, श्री संजय अग्रवाल, श्री राजपाल सिंह सिसोदिया एवं अन्य अधिकारीगण तथा नागरिक मौजूद थे।