व्यापारी ने मिडिया को बताई अपनी पीड़ा, मेरे साथ न्याय किया जाएं

उज्जैन, प्रेस क्लब पर आयोजित पत्रकार वार्ता मेंरामबाबू साहू ने अपनी पीड़ा बताते हुए बताया कि मेरे द्वारा क्रय किये गए पिकअप वाहन को वापस दिलाया जाएं यदि कोर्ट में भी जाना पड़े तो न्याय के लिये जाऊंगा, आगे आप ने बताया
वाहन को 7 नवंबर 2024 को 8,50,000 रुपये में खरीदा गया था और वाहन को सुधारने में 50,000 रुपये खर्च किए गए थे। उन्होंने वाहन को सदभाविक क्रेता के रूप में खरीदा था, वाहन की  पुलिस को तलाश है ऐसी कोई जानकारी  वाहन के संबंध में  मुझे नहीं थी,मैने वाहन फाइनेंस पर खरीद लिया था , अब वाहन पुलिस द्वारा जप्त कर लिया है जिससे मुझे आर्थिक हानि भी हो रहीं है जिससे मेरा सिविल खराब हो गया!फाइनेंस वाले भी परेशान कर रहे है! यदि मुझे पहले से पता होता तो यह पिकअप वाहन में नहीं खरीदता ! मजे की बात तो यह है की RTO में भी नाम ट्रांसफर हो गया यदि वाहन की तलाश पुलिस को थी तो नाम ट्रांसफर कैसे हो गया!
गौवंश वध एवं उसके परिवहन पर प्रतिबंध से जुड़े गौवंश वध प्रतिषेध अधिनियम 2004 के अंतर्गत राजसात किए गए वाहन के मामले में इस आदेश को चुनौती देते हुए न्यायालय में अपील दायर की है।

रामबाबू साहू, निवासी वार्ड नं. 9, खुजनेर जिला राजगढ़, का दावा है कि उन्होंने वाहन क्र. एम.पी.13-जी.ए.9061 को विशाल तंवर नामक व्यक्ति से 7 नवम्बर 2024 को ₹8.50 लाख में खरीदा था। इसके अतिरिक्त उन्होंने वाहन की मरम्मत पर भी ₹50,000 खर्च किए। अपील में कहा गया है कि वाहन की खरीदारी एक सदभाविक क्रेता के रूप में की गई थी, और खरीद के समय उन्हें वाहन से जुड़े किसी भी आपराधिक प्रकरण की जानकारी नहीं थी।

अपीलकर्ता के अधिवक्ता शेखर श्रीवास्तव ने अदालत के समक्ष दलील दी कि अधीनस्थ न्यायालय द्वारा दिनांक 24.08.2022 को पारित राजसात आदेश बिना समुचित सुनवाई और अपीलार्थी को अवसर दिए पारित किया गया, जो कि प्राकृतिक न्याय के सिद्धांतों के विरुद्ध है।

अपीलकर्ता ने माननीय न्यायालय से आग्रह किया है कि अधीनस्थ न्यायालय के राजसात आदेश को निरस्त किया जाए और उनके विरुद्ध पारित निष्कासन आदेश को भी रद्द किया जाए।

न्यायालय ने अपीलकर्ता के तर्कों को गंभीरता से सुना है और मामले की जांच की जा रही है। अब न्यायालय के निर्णय पर सभी की निगाहें टिकी हैं कि क्या रामबाबू साहू को उनके दावे के अनुरूप न्याय मिलेगा या अधीनस्थ न्यायालय का आदेश बरकरार रहेगा। राम बाबू ने मिडिया से निवेदन किया है मेरे साथ जो अन्याय हो रहा है उसमें मुझे न्याय दिलाने में सहयोग करे!