उज्जैन,गुरुद्वारा श्री गुरु सिंघ सभा दूधतलाई के अध्यक्ष इकबाल सिंह गांधी ने बताया कि 21 जुलाई सोमवार को प्रातः 8:00 बजे ,सिख पंथ के प्रसिद्ध गुरमत प्रचारक डॉक्टर भगवान सिंह खोजी, गुरु साहिबानो के शस्त्र एवं निशानियां श्री गुरु हरगोविंद साहिब जी की कटार , कृपाण ,श्री गुरु साहिब का करमंडल साहिब , डाल, श्री गुरु गोविंद सिंह जी द्वारा स्वर्ण स्याही से लिखी गई पुस्तक , हुकुम नामा ,जग माता गंगा जी, पीड़ा माता दामोदर जी, लेकर अपने साथियों के साथ उज्जैन आ रहे हैं l इसमें गुरु साहिबानो के शस्त्र एवं पुरातन निशानियां का स्वागत एवं संगत द्वारा दर्शन किया जाएगा l यह आयोजन शहर में पहली बार आयोजित किया जा रहा है l
उज्जैन के सिख समाज के प्रवक्ता एस.एस.नारंग के पास है सन 1804 का नानकशाही सिक्का जो उनके पिता हरचरण सिंह नारंग को स्वर्ण मंदिर अमृतसर में प्रातः 4:00 बजे जब वह पाठ कर रहे थे उस वक्त किसी ने उनकी हथेली पर रख दिया एवं सिर पर हाथ रखा, जब कुछ देर बाद उन्होंने आंखें खोली तो वहां कोई भी नहीं था l अपने अंतिम समय में उन्होंने परिवार को बताया था कि उन्हें नानकशाही सिक्का प्राप्त हुआ था ,परंतु मिल नहीं रहा है। जो कि परिवार को कुछ ही समय पहले उनके सामान में मिल गया l एस.एस.नारंग ने बताया कि उनके पिता हरचरण सिंह नारंग के पास वर्ष 1957 की ज्ञानी की डिग्री थी l जो पंजाब से बाहर के निवासी कुछ ही लोगों के पास थी l
बाबा त्रिलोचन सिंह सरपंच , इकबाल सिंह जी गांधी , चरणजीत सिंह कालरा, पुरुषोत्तम सिंह चावला, आत्मासिंह विग, जसवंत सिंह मक्कड़ ,एस.एस.नारंग, डॉ बी.एस. मक्कड़ सुरजीत सिंह डंग ,जसविंदर सिंह ठकराल ,हेड ग्रंथी सुरजीत सिंह, मस्तान सिंह छाबड़ा, महेंद्र सिंह विग, राजा कालरा, नीलम कालरा,ने सभी समाज जनों को दर्शन लाभ लेने का निवेदन किया l