उज्जैन, दिनांक 31.08.2025 को थाना देवासगेट पर सूचना प्राप्त हुई कि भांग घोटा दुकान के पास दो छोटे बच्चे बिछड़े हुए असहाय अवस्था में खड़े हैं। सूचना पर तत्काल थाना प्रभारी निरीक्षक अनिला पाराशर द्वारा टीम रवाना की गई।
मौके से पुलिस टीम को एक बालिका उम्र लगभग 6 माह एवं एक बालक उम्र लगभग 9 वर्ष मिले, जो अपनी पहचान बताने में असमर्थ थे। दोनों बच्चों को थाने लाकर भोजन एवं पानी की व्यवस्था की गई। बच्चे भूखे-प्यासे होने से रो रहे थे, जिन्हें पुलिस स्टाफ ने स्नेहपूर्वक दुलार कर शांत कराया।
*🔹पुलिस द्वारा की गई कार्यवाही :*-
थाना देवासगेट पुलिस ने दोनों मासूम बच्चों को थाने लाकर उनके साथ अपनत्व और स्नेह का व्यवहार किया, जिससे वे धीरे-धीरे बातचीत के लिए तैयार हुए। बातचीत के दौरान 9 वर्षीय बालक ने अपना नाम करण बताया। उसकी भाषा और बोली से अंदाजा लगाया गया कि वह आसपास के जिलों का निवासी हो सकता है। इस पर पुलिस टीम ने मोबाइल फोन के माध्यम से विभिन्न जिलों की प्रमुख इमारतें दिखाईं, जिनमें से बालक ने जिला अलीराजपुर स्थित चंद्रशेखर आजाद की मूर्ति को पहचान लिया। इस महत्वपूर्ण जानकारी के आधार पर पुलिस ने कंट्रोल रूम अलीराजपुर से संपर्क साधा तथा बच्चों के फोटो सोशल मीडिया पर प्रसारित किए। साथ ही बच्चों की तलाश हेतु आसपास के 70 से 100 सीसीटीवी कैमरों के फुटेज भी गहनता से देखे गए, किंतु कोई ठोस जानकारी नहीं मिली। अंततः बच्चों की भाषा शैली और सोशल मीडिया पर प्रसारित फोटो-वीडियो से मिली सूचना पर स्पष्ट हुआ कि दोनों बच्चे ग्राम रंजितगढ़, थाना बोरी, जिला अलीराजपुर के निवासी हैं। तत्पश्चात फोन पर संपर्क कर उनके माता-पिता को बच्चों के फोटो दिखाए गए, जिन पर उन्होंने अपने बच्चों की पुष्टि की।
▪️कुछ समय बाद बच्चों के पिता राकेश पिता शकरु उम्र 25 वर्ष एवं माता मनीषा पति राकेश उम्र 23 वर्ष थाना देवासगेट पर उपस्थित हुए। सत्यापन की सभी औपचारिकताएँ पूर्ण करने के उपरांत पुलिस ने दोनों मासूम बच्चों को सुरक्षित एवं सकुशल उनके माता-पिता के सुपुर्द किया।
*🔹सराहनीय भूमिका*-
निरीक्षक अनिला पाराशर (थाना प्रभारी) ,सउनि राधेश्याम भावर,सउनि रामेश्वर धानक ,प्रआर 485 अवधेश प्रतापसिंह ,मआर 1146 सोनू दडिया
*🔹👉 थाना देवासगेट पुलिस की इस त्वरित, संवेदनशील और मानवीय पहल से लावारिस अवस्था में मिले मासूम बच्चों को उनके परिजनों से मिलाया गया।