उज्जैन, गुरूवार को निगम का मा. विशेष सम्मिलन निगम अध्यक्ष श्रीमती कलावती यादव की अध्यक्षता एवं महापौर श्री मुकेश टटवाल, निगम आयुक्त श्री अभिलाष मिश्रा एवं पार्षदगणों की उपस्थिति में आयोजित हुआ।
सम्मिलन की कार्यवाही राष्ट्रगीत के साथ आरंभ की गई जिसके उपरांत कार्य सूची के प्रस्तावों पर विचार विमर्श किया गया –
ऽ पूर्व निगम विशेष सम्मिलन दिनांक 25.08.2025 के कार्यवृत्त की पुष्टि की गई।
ऽ रेल्वे स्टेशन से श्री महाकाल मंदिर तक रोपवे प्रोजेक्ट में चिन्हित टॉवर लोकेशन पर बाधित सुलभ जन सुविधा केन्द्र इंदौरगेट के विस्थापना सम्बंधित प्रस्ताव को चर्चा उपरांत सैद्धांतिक स्वीकृति प्रदान की गई।
ऽ उज्जैन शहर अन्तर्गत पीपीपी मोड पर हरित अपशिष्ठ के निपटान हेतु 15 वर्षो के लिए 50 टीपीडी संयंत्र की स्थापना हेतु एजेंसी का चयन किये जाने सम्बंधित प्रस्ताव को चर्चा उपरांत सर्वानुमति से सैद्धांतिक स्वीकृति प्रदान की गई।
ऽ उज्जैन शहर अन्तर्गत पीपीपी आधार पर कपड़ा अपशिष्ठ के निपटान/उपचार हेतु 10 वर्षो के लिए 20 टीपीडी कपड़ा अपशिष्ठ प्रसंस्करण संयंत्र की स्थापना एवं संचालन हेतु एजेंसी का चयन किये जाने सम्बंधित प्रस्ताव को चर्चा उपरांत सर्वानुमति से सैद्धांतिक स्वीकृति प्रदान की गई।
ऽ कार्तिक मेला एवं प्रदर्शनी 2025 आयोजन की सैद्धांतिक स्वीकृति सम्बंधित प्रस्ताव पर सारगर्भित चर्चा उपरांत सैद्धांतिक स्वीकृति प्रदान की गई।
ऽ भूमि आवंटन/हस्तांतरण में आपत्तियां अनापत्ति प्रस्तुत करने के सम्बंध में प्रस्तुत प्रस्ताव पर एमआईसी ठहराव अनुसार सर्वानुमति से स्वीकृति प्रदान की ई।
ऽ सिंहस्थ 2028 को दृष्टिगत रखते हुए उज्जैन शहर में इंदिरागांधी चौराहे से चामुण्डा माता मंदिर के मध्य फ्रीगंज रेल्वे ओवर ब्रिज निर्माण के एकरेखण में आ रहे उद्यान/रोटरी/प्रतिमा के सम्बंध में प्रस्तुत प्रस्ताव पर चर्चा उपरांत स्वीकृति प्रदन की गई।
ऽ शांति नगर गैल इण्डिया के पास से नीलगंगा तक चौड़ीकरण कार्य के सम्बंध में प्रस्तुत प्रस्ताव पर स्वीकृति प्रदान की गई।
ऽ कार्यसूचि के 14 में से 8 प्रकरणों पर सादगर्भित चर्चा उपरांत सदन की कार्यवाही को शुक्रवार 11.00 बजे तक के लिए स्थगित किया गया।
सम्मिलन में नेता प्रतिपक्ष श्री रविराय, एमआईसी सदस्य श्रीमती दुर्गाशक्ति सिंह चौधरी, श्री शिवेन्द्र तिवारी, श्री रजत मेहता, झोन अध्यक्ष श्री सुरेन्द्र मेहर, पार्षद श्री गब्बर भाटी, श्रीमती नीलम राजा कालरा, श्री राजेन्द्र कुंवाल, श्री छोटेलाल मण्डलोई, श्रीमती सपना सांखला, श्री प्रेमलता गेहलोत सहित अन्य पार्षदगणों द्वारा चर्चा में भाग लिया गया।