उज्जैन, 67 वें अखिल भारतीय कालिदास समारोह पर मंगल कलश रामघाट पर मोक्षदायिनी मां क्षिप्रा का तीर्थ पूजन अर्चन कर मंगल कलश यात्रा शहर के विभिन्न मार्गों से निकाली गई। रामघाट पर पूजन अर्चन के दौरान कालिदास अकादमी ने निदेशक डॉ. गोविंद गंधे, श्री रुप पमनानी, श्री राजेश कुशवाह आदि उपस्थित थे। मंगल कलश यात्रा में शहर के प्रबुद्धजन तथा महाराष्ट्र,छत्तीसगढ़ एवं झाबुआ जिले के कलाकारों ने भाग लेकर अपनी अपनी कला का प्रदर्शन किया।
अखिल भारतीय कालिदास समारोह एक से सात नवंबर तक कालिदास संस्कृत अकादमी में परिसर में प्रतिदिन शाम 06:30 बजे से मनाया जाएगा। आज केरल राज्य के कालिकट की सुश्री सूर्या गायत्री द्वारा सुगम एवं भक्ति संगीत का कार्यक्रम आयोजित होगा। 02 नवंबर को मुम्बई निवासी श्री महेश काले द्वारा शास्त्रीय गायन होगा। 03 नवंबर को बैंगलोर निवासी सुश्री अनन्या गौड़ द्वारा शास्त्रीय कथक नृत्य, भोपाल निवासी सुश्री अमिता खरे द्वारा शास्त्रीय नृत्य नाटिका और उज्जैन निवासी सुश्री एकता पोद्दार द्वारा शास्त्रीय नृत्य नाटिका ‘’ भोला पार्वती को ब्याव’’ की प्रस्तुति होगी।
इसी तरह 04 नवंबर को उज्जैन की कलाकार सांस्कृतिक समिति द्वारा शास्त्रीय नृत्य नाटिका ‘’ ऋतुसंहार’’ और उज्जैन के ही विशाला सांस्कृतिक एवं लोकहित समिति द्वारा श्री कृष्ण उज्जयिनी की प्रस्तुति होगी।
इसी तरह 05 नवंबर को कोलकाता निवासी श्री पियाल भट्टाचार्य के निर्देशन में संस्कृत नाटक ‘’ शिवभाण्कम्’’ की प्रस्तुति होगी। 06 नवंबर को भोपाल निवासी सुश्री श्रुति अधिकारी द्वारा शास्त्रीय वादन ‘’पंचनाद’’ और बैंगलोर निवासी सुश्री दुर्गा शर्मा द्वारा शास्त्रीय वादन ‘’वायलिन’’ की प्रस्तुति होगी। 07 नवंबर को मुरैना निवासी सुश्री दिव्या शर्मा ‘’ जांगीड़’’ द्वारा शास्त्रीय गायन एवं सारंगपुर निवासी श्री प्रेमसिंह देपालपुरिया द्वारा लोकगायन की प्रस्तुति होगी। इसी तरह सारस्वत आयोजन भी इस दौरान किए जाएंगे।