उज्जैन: महाशिवरात्रि पर्व पर आयोजित शिव ज्योति अर्पणम महोत्सव शून्य अपशिष्ट पर आधारित रहा। महोत्सव में 11.71 लाख दीप प्रज्वलित कर विश्व किर्तीमान बनाया गया।
शिव ज्योति अर्पणम महोत्सव अंर्तगत की गई व्यवस्थाएं शून्य अपशिष्ट पर आधारित रही। क्षिप्रा के घाटों पर लगाए गए दीपों का पुनः उपयोग करते हुए दुनिया की सबसे बड़ी मिट्टी के दीये की मूर्ति विकसित करने के लिए उपयोग किया जाएगा इस हेतु दीयों को एक निश्चित स्थान पर संग्रहित किया गया। दीयों प्रज्वलन हेतु उपयोग में आयी 14000 तेल की खाली बोतलों का पुनः उपयोग करते हुए थ्रि आर तकीनक का उपयोग कर कुर्सियों, बेंच, इत्यादी बनाए जाएंगे। शेष तेल का उपयोग गौशाला, आदि में खाद्य पदार्थों के लिए किया जाएगा। खाने के लिए केवल बायो-डिग्रेडेबल कटलरी/प्लेट का उपयोग किया गया।
मा. मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा अपने उदबोधन में जीरो वेस्ट आयोजन की प्रशंसा करते हुए नागरिकोें से स्वच्छ सर्वेक्षण 2022 में सहयोग करते हुए उज्जैन को नंबर वन बनाने का संकल्प दिलवाया गया।