उज्जैन: उज्जैन शहर धार्मिक शहर होने के नाते प्रतिदिन बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं का आगमन शहर में होता है इस हेतु पर्यटन की दृष्टि से भी उज्जैन शहर अपने आप में प्रसिद्धी पर रहा है नगर निगम द्वारा शहर के प्रमुख पर्यटन स्थलों पर बेहतर सफाई व्यवस्था साथ ही श्रद्धालुओं की सुविधाओं को बारीकी से ध्यान में रखते हुए राष्ट्रीय पर्यटन पुरस्कार हेतु उज्जैन शहर का नाम चयनित किया गया है।
मंगलवार को दिल्ली में आयोजित कार्यक्रम में श्री जी.किशन रेड्डी केंद्रीय पर्यटन संस्कृति और पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्री,मध्यप्रदेश शासन में पर्यटन मंत्री उषा ठाकुर के हाथों शहर के प्रथम नागरिक महापौर श्री मुकेश टटवाल ने पर्यटन पुरस्कार प्राप्त किया।
उज्जैन नगर निगम द्वारा शहर के प्रमुख धार्मिक एवं पर्यटन स्थल महाकालेश्वर मंदिर, हरसिद्धि, काल भैरव, रामघाट, मंगलनाथ, सांदीपनि आश्रम, राम जनार्दन मंदिर, भृतहरी गुफा, त्रिवेणी स्थित शनि मंदिर, गढ़कालिका मंदिर, पीर मत्स्येन्द्रनाथ समाधि स्थल, इत्यादि प्रमुख धार्मिक एवं पर्यटन स्थलों पर विशेष रूप से सफाई व्यवस्था के इंतजाम साथ ही सौंदर्यकरण के कार्य करवाए गए हैं जिसके फल स्वरुप उज्जैन नगर निगम को राष्ट्रीय पर्यटन पुरस्कार से नवाजा गया है,
उल्लेखनीय है कि उज्जैन का प्राचीन शहर भगवान महाकालेश्वर मंदिर के आसपास कई मंदिरों और अन्य पर्यटन स्थलों को समाए हुए हैं मध्य प्रदेश के इस पांचवे सबसे बड़े शहर को स्वच्छ सर्वेक्षण 2019 में भारत के सबसे स्वच्छ शहर (2 से 10 लाख) आबादी से सम्मानित किया गया है,शहर में स्वच्छता और नागरिकों तथा पर्यटकों को बेहतर सौंदर्य अनुभव प्रदान करने के कठिन कार्यों को सुनिश्चित करने के लिए उज्जैन नगर निगम ने एक कुशल एकीकृत ठोस अपशिष्ट प्रबंधन सुविधा की स्थापना की है और घर-घर जाकर कचरा संग्रह करने, कचरे के पुनर्चक्रण के साथ-साथ सड़कों की मशीनीकरण सफाई,कचरे के केंद्रीकृत प्रसंस्करण की स्थापना और खाद बनाने के लिए उचित बुनियादी तंत्र विकसित किया गया है।