स्थापना दिवस के अवसर पर सात दिन अलग-अलग दिनों में विभिन्न रचनात्मक गतिविधियां आयोजित होंगी

उज्जैन । प्रदेश के प्रत्येक जिलों में स्थापना दिवस के अवसर पर सात दिन अलग-अलग दिनों में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे। प्रदेश के साथ-साथ उज्जैन जिले में भी सात दिन अलग-अलग दिनों में रचनात्मक गतिविधियां आयोजित की जायेंगी। इस सम्बन्ध में गत दिवस कलेक्टर श्री आशीष सिंह ने जिले में समारोह की तैयारियों की समीक्षा कर सम्बन्धित जिला अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिये।

एक नवम्बर से 7 नवम्बर तक मध्य प्रदेश स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में विभिन्न रचनात्मक गतिविधियां आयोजित की जायेंगी। आगामी 2 नवम्बर को लाड़ली लक्ष्मी योजना के तहत वृहद स्तर पर कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे। जिले के समस्त आंगनवाड़ी केन्द्रों पर कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे। इसके बाद 3 नवम्बर को स्वच्छता अभियान, ऐतिहासिक इमारतों की सजावट और रंगोली कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे।

प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी एक नवम्बर को सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे। कलेक्टर ने निर्देश दिये कि समारोह के आमंत्रण-पत्र छपवाने का कार्य प्रारम्भ किया जाये। साथ ही सांस्कृतिक कार्यक्रमों की तैयारी भी की जाये। कलेक्टर ने पॉलीथीन का इस्तेमाल पूर्ण रूप से बन्द किये जाने के लिये जागरूकता रैली निकाले जाने के निर्देश दिये। जानकारी दी गई कि 4 नवम्बर को रोजगार दिवस के अन्तर्गत विक्रम कीर्ति मन्दिर में कार्यक्रम आयोजित किया जायेगा। कलेक्टर ने इसमें निजी क्षेत्र की कंपनियां जिनके द्वारा रोजगार के स्वीकृति-पत्र प्रदाय कर दिये गये हैं, उन्हें भी आमंत्रित करने के लिये कहा। आगामी 5 नवम्बर को लोकगीतों और लोकनृत्यों की प्रस्तुतियों की तैयारी हेतु संस्कृति विभाग को निर्देश दिये गये।

मुख्यमंत्री जनसेवा अभियान के अन्तर्गत शिविर आयोजित होंगे

स्थापना दिवस की तैयारियों की समीक्षा के दौरान कलेक्टर श्री आशीष सिंह ने मुख्यमंत्री जनसेवा अभियान की समीक्षा की। उन्होंने निर्देश दिये की आगामी 31 अक्टूबर तक निर्धारित किये गये लक्ष्य के तहत सभी आवेदनों का निराकरण किया जाये। इसके पश्चात आगामी 7 अथवा 8 नवम्बर को लाभ वितरण शिविर लगाये जायेंगे। बैठक में मुख्यमंत्री जनसेवा अभियान के अन्तर्गत लम्बित आवेदनों का शीघ्र-अतिशीघ्र निराकरण करने के निर्देश सम्बन्धित अधिकारियों को दिये गये। श्रम विभाग के अन्तर्गत प्रकरणों के निराकरण की समीक्षा के दौरान कलेक्टर ने कहा कि कर्मकार मण्डल के जो आवेदन स्व-घोषणा के साथ प्रस्तुत किये गये हैं, वे मान्य होंगे। खाचरौद और तराना विकास खण्ड में प्रकरणों के निराकरण को तेज गति से किया जाये।

अधिक से अधिक पात्र लोगों को विभिन्न योजनाओं के अन्तर्गत लाभ पहुंचाया जाये। कलेक्टर ने सभी एसडीएम को नक्शा शुद्धिकरण, नामांतरण आदि के प्रकरण ग्रामवार छांटकर जनसेवा पोर्टल पर अपलोड करने के निर्देश दिये। उन्होंने ग्राम पंचायतवार शिविर लगाये जाने के निर्देश दिये।