वो श्रीरामचरितमानस जलाएंगे, हम आस्था जगाएंगे- महामंडलेश्वर स्वामी सुमनानंद गिरी जी महाराज

उज्जैन। श्रीरामचरितमानस को लेकर उठे देशव्यापी विवाद पर मौनतीर्थ पीठ उज्जैन के पीठाधीश्वर एवं निरंजनी अखाड़े के महामंडलेश्वर स्वामी सुमनानंदजी महाराज ने कहा अगर वो श्रीरामचरितमानस को जलाएंगे तो हम जन जन में इस पवित्र ग्रंथ के प्रति आस्था को और बढ़ाएंगे। श्रीरामचरितमानस में किसी का अपमान नहीं किया गया बल्कि यह उत्कृष्ट जीवन जीने का मार्ग बताती है।
देश विदेश में श्री रामकथा के माध्यम से हर वर्ग के लोगों को जीवन सूत्र देने वाले मानस मर्मज्ञ मानस पूज्य संत श्री श्री 1008 स्वामी सुमनानंदगिरी जी की प्रेरणा से यूथ विथ सनातन संस्था के माध्यम से प्रदेश भर में तुलसी—मानस स्वाध्याय संकल्प कार्यक्रम के माध्यम से नि:शुल्क श्रीरामचरितमानस का वितरण किया जाता है। संस्था की बैठक में महामंडलेश्वर सुमनानंद जी ने कहा जिस बात को लेकर यह उपद्रव उठा है, उसका मर्म समझने की आवश्यकता है। ताड़न का अर्थ किसी को प्रताड़ित करना नहीं अपितु उसके बारे में पता लगाने से है। किसी के बारे में भांप लेना ही ताड़ लेना कहा भी जाता है। इसलिए विवाद की पहली जड़ चौपाई के शब्द का अर्थ गलत समझ लेना है। दूसरी बात यह कि इस शब्द को जाति विशेष से जोड़कर ले लिया गया है। श्रीरामचरितमानस में किसी जाति विशेष के बारे में कोई बात नहीं कही गई है। इसीलिए श्रीरामकथा के आयोजन में कभी किसी वर्ग के श्रोता ने आपत्ति नहीं उठाई। आम व्यक्ति में इतनी समझ है तो राजनीति करने वालों को यह बात आसानी से समझ लेना चाहिए। हां, इसके माध्यम से वोट की राजनीति करने का उद्देश्य सभी को साफ दिखाई दे रहा। इसलिए अगर वो श्रीरामचरितमानस जलाएंगे तो हम जन जन में इसके प्रति और अधिक आस्था जगाएंगे। धार्मिक नगरी उज्जैन में 26 फरवरी को वृहद स्तर पर तुलसी मानस स्वाध्याय का संकल्प दिलवाया जाएगा, जिसमें प्रत्येक व्यक्ति प्रतिदिन श्रीरामचरितमानस की कम से कम एक चौपाई का पाठ नियमित करेगा। साथ ही मानस की प्रतियों का नि:शुल्क वितरण किया जाएगा।