महाशिवरात्रि पर 18 फरवरी को पट खुलते ही सुबह 4 बजे से ही दर्शन शुरू हो जायेंगे

उज्जैन । कलेक्टर श्री कुमार पुरुषोत्तम एवं पुलिस अधीक्षक श्री सत्येन्द्र कुमार शुक्ल ने त्रिवेणी संग्रहालय स्थित सभाकक्ष में बैठक लेकर महाशिवरात्रि की व्यवस्थाओं को अन्तिम रूप दिया। कलेक्टर ने इस बार 18 फरवरी को पट खुलते ही सुबह 4 बजे से दर्शन प्रारम्भ करने के निर्देश दिये हैं। बैठक में कलेक्टर ने महाकालेश्वर प्रशासक को कहा है कि दर्शनार्थी के लाइन में लगने के बाद दर्शन करने तक की प्रक्रिया को यथासंभव सुखद बनाया जाये। उन्होंने कहा कि अधिकारी-कर्मचारी विनम्र व्यवहार करते हुए दर्शनार्थियों को सुखद एहसास करायें। कलेक्टर ने इसके लिये पार्किंग, मेटिंग बिछाने, पेयजल एवं अन्य आवश्यक सुविधाएं बढ़ाने के निर्देश दिये हैं। बैठक में एएसपी श्री अभिषेक आनन्द, एडीएम श्री संतोष टैगोर, श्री महाकालेश्वर मन्दिर समिति प्रशासक श्री संदीप सोनी, एसडीएम श्रीमती कल्याणी पाण्डेय, लोक निर्माण विभाग के कार्यपालन यंत्री श्री गणेश पटेल, अपर आयुक्त नगर निगम श्री आदित्य नागर एवं अन्य विभागों के अधिकारी मौजूद थे।

बैठक में कलेक्टर ने पार्किंग व्यवस्था पर पर्याप्त ध्यान देते हुए मन्नत गार्डन, कर्कराज, भील समाज धर्मशाला की पार्किंग के साथ-साथ कलोता धर्मशाला के स्थान को भी पार्किंग के लिये लेने को कहा है। जूता स्टेण्ड पर जूता उतारने के बाद श्रद्धालुओं को अलग-अलग कलर के टोकन दिये जायेंगे, जिससे उनको वापसी में जूता स्टेण्ड को खोजने में समस्या न हो। बैठक में श्रद्धालुओं के प्रवेश तथा निर्गम व्यवस्था, श्रद्धालुओं की दर्शन व्यवस्था हेतु बेरिकेट लगाने, एलईडी एवं सीसीटीवी लगाने, पीए सिस्टम व खोयापाया केन्द्र स्थापित करने व मन्दिर कंट्रोल रूम के सम्बन्ध में चर्चा कर व्यवस्थाओं को अन्तिम रूप दिया गया। बैठक में बताया गया कि बड़ा गणेश के पास एक ही स्थान पर लाइन से 12 लड्डू काउंटर लगाये जायेंगे, जिससे दर्शन कर वापस जाने वाले श्रद्धालुओं को प्रसादी लेने में परेशानी न आये। कलेक्टर ने बैठक में स्वास्थ्य विभाग को अस्थायी रूप से चिकित्सा केन्द्र स्थापित कर प्राथमिक उपचार उपलब्ध कराने के लिये निर्देशित किया है। कलेक्टर ने साथ ही बेरिकेटिंग एरिया, पार्किंग एरिया एवं आने-जाने के मार्गों पर फ्लेक्स के दिशा सूचक बोर्ड लगाने के लिये कहा है। कलेक्टर ने बेरिकेटिंग एरिया के साथ स्थान-स्थान पर पेयजल व्यवस्था करने के लिये कहा है।