उज्जैन। श्री रामचरित मानस को लेकर एक वर्ग द्वारा भ्रामक व्याख्या कर जन-जन की आस्था के प्रतीक धर्मग्रंथ को सार्वजनिक रूप से जलाए जाने से सनातन धर्म के अनुयायियों जो कि भारत में बहुसंख्यक वर्ग हैं कि भावनाएं आहत हुई हैं। इस कृत्य में वो लोग शामिल हैं जिन्होंने कभी मानस का पाठ नहीं किया है, अगर उन्होंने पाठ किया होता तो वह इस तरह का कृत्य कभी नहीं करते। परमपूज्य सदृगुरुदेव, श्री मौनतीर्थ पीठाधीश्वर, पंचायती अखाड़ा श्री निरंजनी के महामण्डलेश्वर अनंतश्री विभूषित श्रीश्री १००८ महामंडलेश्वर स्वामी डॉ. सुमनानंद गिरि महाराज ने कहा कि प्रत्येक सनातनी और भारतवासियों को श्रीरामचरितमानस का पाठ करना चाहिए। मानस वह ग्रंथ हैं जिसमें व्यक्ति के विकास, राजतंत्र एवं राजनीति गुण समाहित हैं। मानस जी में जिस राजनीति या गणतंत्र का चित्रण या वर्णन किया गया है। उसे हर कोई अपनाना चाहता हैं, सभी रामराज्य की स्थापना चाहते है।
गोस्वामी तुलसी दास जी द्वारा रचित श्री रामचरितमानस के प्रति लोगों में जनजागरण लाने के उद़देश्य से विश्व हिन्दू परिषद एवं यूथ विद सनातन द्वारा ‘तुलसी मानस स्वाध्याय संकल्प’ अभियान का शंखनाद किया जा रहा है। इसमें मानस मर्मज्ञ महामण्डलेश्वर स्वामी डॉ. सुमनानंद गिरि जी महाराज की प्रेरणा से श्रीरामचरितमानस की प्रतियों का नि:शुल्क वितरण किया जाएगा। साथ ही प्रत्येक घर में श्रीरामचरितमानस के स्वाध्याय का संकल्प दिलवाया जाएगा। इस अभियान का शुभारंभ श्री मौनतीर्थ पीठ, गंगाघाट, उज्जैन से दिनांक 10 फरवरी 2023 को अपराह् 3.30 बजे किया जाएगा। इस आयोजन में अमित पुरोहित, विवेक दुबे, राहुल पण्ड्या, आलोक नागर,
विश्व हिंदू परिषद के जिलामंत्री मनीष रावल, भूषण धनोड़कर, त्रिभूवन मालवीय के साथ ही विश्व हिन्दू परिषद एवं यूथ विद सनातन के सैंकड़ों कार्यकर्ता एवं पदाधिकारीगण विशेष रूप से उपस्थित रहेंगे।