शिव ज्योति अर्पणम कार्यक्रम में ड्यूटी देना अधिकारियों के लिये सौभाग्य का विषय, कलेक्टर

उज्जैन । शिव ज्योति अर्पण कार्यक्रम 18 फरवरी को शिप्रा तट पर आयोजित किया जायेगा। इस कार्यक्रम में 21 लाख दीपों का प्रज्वलन कर गिनीज वर्ल्ड रिकार्ड बनाया जा रहा है। कार्यक्रम के लिये 20 हजार वॉलेंटियर्स एवं विभिन्न जिला अधिकारियों व जनपद स्तर के अधिकारियों को सेक्टर प्रभारी, सुपरवाइजर की ड्यूटियां दी गई है। कलेक्टर ने आज प्रशासनिक संकुल के बैठक कक्ष में सभी अधिकारी-कर्मचारियों की बैठक लेकर कहा कि शिव ज्योति अर्पणम कार्यक्रम में ड्यूटी देना अधिकारियों के लिये सौभाग्य का विषय है। उन्होंने अधिकारी-कर्मचारियों से आव्हान किया कि वे विश्व रिकार्ड बनाने की प्रक्रिया में स्वयं को सहभागी समझकर समर्पण के साथ कार्य करें। कलेक्टर ने कहा है कि विश्व रिकार्ड बनने से उज्जैन शहर की ब्राण्डिंग विश्वभर में होगी।

दीप प्रज्वलन के दौरान सेल्फी न लें

कलेक्टर ने बैठक में कहा कि सभी अधिकारी-कर्मचारी को, जिनकी ड्यूटी लगी है निर्वाचन के दौरान जिस उत्साह व समर्पण से कार्य करते हैं, ठीक उसी तरह इस कार्यक्रम में भी ड्यूटी करना होगा। उन्होंने कहा कि ड्यूटीरत सभी अधिकारी-कर्मचारियों को शुरू से एक्युरेसी रखना होगी, तभी रिकार्ड बन पायेगा। कलेक्टर ने निर्देश दिये हैं कि सम्पूर्ण कार्यक्रम के दौरान युनिफाईड कमांड रहे। जिन लोगों की ड्यूटी लगी है उनको दीप प्रज्वलन के लिये एक जैसी ट्रेनिंग वीडियो बनाकर दी जाये। दीप प्रज्वलन के लिये संकेत देने के लिये हूटर बजाया जायेगा। कलेक्टर ने सभी अधिकारी-कर्मचारियों की हिदायत दी कि दीप जलाते समय कोई भी वॉलेंटियर व कर्मचारी सेल्फी न ले।

बैठक में शिव ज्योति अर्पणम कार्यक्रम के नोडल अधिकारी श्री आशीष पाठक ने बताया कि भूखी माता एवं माली घाट के सेक्टर की जिम्मेदारी ग्रामीण क्षेत्र से आने वाले वॉलेंटियर्स एवं अधिकारी-कर्मचारी की रहेगी। इसी तरह अन्य घाटों की जिम्मेदारी भी सेक्टर बांटकर सेक्टर प्रभारियों के पास रहेगी। जिला स्तरीय अधिकारी पर्यवेक्षक अधिकारी के रूप में कार्य करेंगे। उन्होंने बताया कि गत वर्ष 13 हजार वॉलेंटियर्स थे, इस बार 20 हजार वॉलेंटियर्स इस कार्य के लिये लगाये जा रहे हैं।

उल्लेखनीय है कि शिव ज्योति अर्पण कार्यक्रम 18 फरवरी महाशिवरात्रि के अवसर पर आयोजित होगा। इसमें शिप्रा तट के दोनों घाटों पर एवं नगर के विभिन्न देवालयों, चौराहों पर दीपोत्सव आयोजित होगा। 21 लाख दीप प्रज्वलन का लक्ष्य इस आयोजन के लिये रखा गया है। शिव ज्योति अर्पण कार्यक्रम में गिनीज वर्ल्ड रिकार्ड स्थापित किया जायेगा। वर्तमान में सर्वाधिक दीप प्रज्वलन का रिकार्ड अयोध्या दीपोत्सव-2022 में 15 लाख 76 हजार दीप प्रज्वलित कर बनाया गया है।

शिप्रा नदी पर दीप प्रज्वलन के लिये सम्पूर्ण घाटों को पांच ब्लॉक में बांटा गया है। इसमें ‘ए’ ब्लॉक में केदारेश्वर घाट पर, ‘बी’ ब्लॉक सुनहरी घाट पर, ‘सी’ ब्लॉक दत्त अखाड़ा क्षेत्र में, ‘डी’ ब्लॉक रामघाट पर तथा ‘ई’ ब्लॉक भूखी माता की ओर दीपों का प्रज्वलन किया जायेगा।

उन्होंने बताया कि शिव ज्योति अर्पण कार्यक्रम जीरो वेस्ट कार्यक्रम रहेगा। इसमें खाली तेल की बोतलों को पुन: उपयोग करते हुए उद्यान में कुर्सियां, बेंचेस, गमले आदि बनाये जायेंगे। मोमबत्तियों को जलाने के लिये पेपर मैच बॉक्स का उपयोग किया जायेगा। जली हुई रूई की बत्तियों को पुन: उपयोग करते हुए रैन बसेरों के गद्दे-बिस्तर बनाने में इसका उपयोग होगा।

बैठक में नगर निगम आयुक्त श्री रोशन सिंह, अपर कलेक्टर श्री मृणाल मीना, स्मार्ट सिटी सीईओ श्री आशीष पाठक, एडीएम श्री संतोष टैगोर, एसडीएम श्री वीएस दांगी, श्रीमती कल्याणी पाण्डेय एवं अन्य जिला अधिकारी मौजूद थे।