टाटा की मनमानी जारी, पाइप लाइन पर ही बनाया चेंबर बर्बाद हो रहा है लाखों लीटर पानी

उज्जैन : लगातार सचेत करने के बाद भी शहर में टाटा कंपनी द्वारा सुधार नहीं किया जा रहा है एवं सिवर लाइन के कार्य में लगे टाटा कंपनी के अधिकारी व उनके पेटी कांट्रेक्टर जहां पी.एच.ई. की लाइन को क्षतिग्रस्त कर रहे हैं वहीं टाटा कंपनी से कार्य करवाने के जिस बाप्कोस के इंजीनियरों को जिम्मेदारी है वे अपने कार्य के प्रति शिथिल रवैया अपनाए हुए हैं और इस वजह से लाखों लीटर पानी प्रतिदिन कहीं ना कहीं बर्बाद हो रहा है।
यह बात कहते हुए नगर निगम के जलकार्य एवं सीवरेज विभाग के प्रभारी श्री शिवेंद्र तिवारी ने बताया कि वार्ड क्रमांक 06 के बजरंग नगर में टाटा कंपनी द्वारा करीब डेढ़ माह पूर्व खुदाई की गई थी उस वक्त इनके द्वारा पीएचई की पाइपलाइन को क्षतिग्रस्त कर दिया गया था, जिस वजह से काफी पानी बर्बाद हुआ था। उस वक्त भी पीएचई के अधिकारियों द्वारा टाटा कंपनी एवं उनके पेटी कांट्रेक्टर को कहा गया था कि वे पीएचई के संबंधित उपयंत्रीयो को बताकर ही कार्य करें साथ ही बाप्कोस के अधिकारियों को टाटा कंपनी से नियमानुसार कार्य करवाने की बात कही थी। श्री तिवारी ने बताया कि इतना होने के बाद भी टाटा कंपनी द्वारा अपनी कार्य प्रणाली में सुधार नहीं किया गया।
श्री तिवारी ने बताया कि विगत दिनों टाटा कंपनी द्वारा बजरंग नगर में हाउस कनेक्शन कर चेंबरो का निर्माण किया गया और चेंबर पेयजल पाइप लाइन के ऊपर ही बिना पीएचई के उपयंत्रीयो को संज्ञान में लाए बना दिए तथा इस वजह से पाइपलाइन भी क्षतिग्रस्त हो गई इतना ही नहीं 8 से 10 अन्य स्थानों पर भी टाटा के पेटी कांट्रेक्टर द्वारा पाइप लाइन क्षतिग्रस्त कर दी गई जिस वजह से लाखों लीटर पानी बर्बाद हो गया। आपने बताया कि स्थानीय रहवासियों की शिकायत पर आज गुरुवार को सुबह मौका मुयायना किया गया तथा पीएचई के उपयंत्री श्री आर. पी. गौड एवं वाप्कोस के श्री राहुल शर्मा को मौके पर बुलाकर कहा गया कि टाटा में उनके पेटी काट्रैक्टर द्वारा जिस प्रकार की लापरवाही की जा रही है वह स्वीकार नहीं की जाएगी और जितना भी पानी टाटा कंपनी की वजह से बर्बाद हुआ है उस पर जुर्माने की कार्यवाही तत्काल की जावे आपने निर्देश दिए कि मा. महापौर एवं निगम आयुक्त को भी टाटा की इस लापरवाही से अवगत करवाएं एवं अपने वाप्कोस के अधिकारियों को निर्देश दिया कि टाटा द्वारा किए जा रहे कार्यों की ठीक प्रकार से मानिटरिंग जरूर करें तथा गडबडी पाए जाने पर कड़ी कार्रवाई करें।