उज्जैन, भारत उत्कर्ष, नवजागरण और वृहत्तर भारत की सांस्कृतिक चेतना पर एकाग्र *विक्रमोत्सव 2023 (विक्रम सम्वत् 2079)* अंतर्गत कालिदास अकादमी परिसर में आज *भजनामृत उत्सव* का फाइनल होगा। गुरुवार को हुए सेमीफाइनल में निर्णायक मंडल के सदस्यों (अर्चना तिवारी व सुंदरलाल मालवीय) ने 10 भजन मंडलियों को फाइनल कॉम्पिटिशन में प्रस्तुति देने के लिए चुना है। इन मंडलियों में अवंतिका भजन मंडली-ऋषिनगर, सुनीता मंगोलिया एवं टीम, गुरु कृपा भजन मंडल-मालीपुरा, श्रीराम भक्त मंडल- उज्जैन, रामकृष्ण मंडल-किशनपुरा, सद्गरु भजन मंडल-इंदौर,कबीर भक्त मंडल-नागझिरी, श्री गुरु कृपा मंडल- बकानिया, भजन संध्या ग्रुप-ऋषिनगर, संदीप गहलोत एवं टीम शामिल है।
रिदम सांस्कृतिक संस्था के अध्यक्ष श्री नरेश शर्मा ने बताया कि भजनामृत उत्सव के सेमीफाइनल में सबसे पहली प्रस्तुति सतगुरु भजन मंडल- इंदौर ने पिंजरे की मैना बोल तुझे गुरु बिन उड़ जाना है दी। उसके बाद अवंतिका भजन मंडली-उज्जैन द्वारा गाड़ी वाले गाड़ी धीरे-धीरे हाक गाड़ी तेरी रंग बिरंगी हांकने वाला छैल छबीला आदि भजनों की प्रस्तुति दी। इस अवसर पर भजनामृत उत्सव के संयोजक व रिदम सांस्कृतिक संस्था के सचिव कपिल यार्दे सहित कई संगीत प्रेमी उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन ज्वलंत शर्मा ने किया।
कार्यक्रम के संयोजक कपिल यार्दे ने बताया कि आज होने वाले फाइनल में प्रथम स्थान पाने वाली भजन मंडली को 31 हजार रूपये, द्वितीय को 21 हजार तथा तीसरे नंबर पर आने वाली मंडली को 11 हजार रूपये सम्मान राशि दी जायेगी। साथ ही प्रतिभाग लेने वाली प्रत्येक मंडली को 2100 रूपये की पुरस्कार राशि अनिवार्य रूप से दी जायेगी।