शहर विकास एवं बजट पर परिचर्चा में प्रबुद्धजनों ने दिए अपने सुझाव

उज्जैन: शहर के विकास एवं निगम बजट में जनता की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए गुरूवार को वरिष्ठ राजनेताओं, शिक्षाविदों, सी.ए., उद्योगपति, व्यापारी, पत्रकार, प्रबुद्ध समाजजनों से महापौर श्री मुकेश टटवाल द्वारा चर्चा करते हुए सुझाव प्राप्त करते हुए महापौर श्री टटवाल ने कहां कि हमारा प्रयास है कि हम सब मिलकर निगम बजट जनता की सुविधा के अनुरूप बनाए।
नगर पालिक निगम के वित्तीय वर्ष 2023-24 का बजट शहर की जनता के अनुरूप होगा, इसके लिए गुरूवार को महापौर श्री मुकेश टटवाल ने वरिष्ठ राजनेताओं, शिक्षाविदों, सी.ए., उद्योगपति, व्यापारी, पत्रकार, प्रबुद्ध समाजजनों के साथ शहर विकास के साथ ही निगम बजट पर चर्चा करतु हुए सुझाव प्राप्त किए। सर्वप्रथम परिचर्चा का प्रथम सत्र श्री गंगा होटल में वरिष्ठ राजनेताओं जिसमें भारतीय जनता पार्टी एवं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शामिल हुए और अपने सुझाव रखे। सत्र का शुभारंभ केन्द्रीय संसदीय समिति सदस्य श्री सत्यनारायण जटीया, महापौर श्री मुकेश टटवाल, निगम सभापती श्रीमती कलावती यादव राज्यसभा पूर्व सांसद श्री मनोहर बैरागी, श्री नारायण सिंह केसरी द्वारा दीप प्रज्जवलन कर किया गया। केन्द्रीय संसदीय समिति सदस्य श्री सत्यनारायण जटीया ने सत्र को संबोधित करते हुए कहां कि हम जो सुझाव दे रहे है उन पर अमल करना हमारा कर्तव्य है, इसी से शहर विकास संभव हो सकेगा। आज हम शहर विकास पर विचार मंथन कर रहे है।
महापौर श्री टटवाल ने अपने उद्बोधन में कहां कि आज हम सब यहां उज्जैन के विकास कार्यो के साथ ही निगम बजट पर विचार विमर्श करने के लिए एकत्रित हुए है, हमारा प्रयास है कि हम निगम का ऐसा बजट तय करे जिससे शहर विकास के साथ ही जनता को सुविधाएं भी प्राप्त हो, उज्जैन शहर एक धार्मिक नगरी है यहां प्रतिदिन बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं का अगमन होता है हमारा दायित्व है कि हम उन्ह संस्कृति के अनुरूप सुविधाएं उपलब्ध करा सके। निगम सभापति श्रीमती कलावती यादव ने कहां कि यह एक सरहानी कदम है कि हम सब एकसाथ बैठकर आपस में विचार विमर्श कर निगम बजट के साथ ही शहर विकास कर सकेगे। निगम आयुक्त श्री रौशन कुमार सिंह ने निगम बजट की जानकारी देते हुए बताया कि निगम का कुल बजट 800 करोड का है इसमें 50 करोड आय राजस्व वसूली से होती है 150 करोड़ शासन अनुदान से एवं 600 करोड़ विभिन्न योजनाओं से प्राप्त होता है, हमे राजस्व वसूली से आय बढ़ाने की आवश्यकता है इसके लिए सख्त कदम उठान पड़गे निगम आयुक्त द्वारा निगम की विभिन्न गतिविधियों की जानकारी भी दी गई। कार्यक्रम के सूत्रधार अपर आयुक्त श्री आदित्य नागर द्वारा किया गया साथ ही निगम की विभिन्न गतिविधियों की जानकारी से अवगत भी करवाया।
श्री मनोहर बैरागी ने अपने विचार रखते हुए कहां कि निगम में आर्थिक संसाधनों की कमी है शहर में निगम की अनेक जगह सम्पत्ती है जहां हम कमर्शिलय निर्माण कार्य करते हुए उनसे आय प्राप्त कर सकते है, कालोनियों में बेतरतिब तरिके से निर्माण कार्य करते हुए नागरिको द्वारा अतिक्रमण किया जा रहा है ऐसी कालोनियों का निरीक्षण करते हुए अतिक्रमण चिन्हीत कर हटाए जाए।