विक्रमोत्‍सव 2023 : बॉलीवुड अभिनेता मनोज जोशी की उज्‍जैन में पहली प्रस्‍तुति ”चाणक्‍य”

उज्‍जैन, भारत उत्‍कर्ष, नवजागरण और वृहत्‍तर भारत की सांस्‍कृतिक चेतना पर एकाग्र विक्रमोत्‍सव 2023 (विक्रम सम्‍वत् 2079) अंतर्गत विक्रम नाट्य समारोह का शुभारंभ आज शाम 07:00 बजे कालिदास अकादमी परिसर में होगा। 14 से 21 मार्च तक चलने वाले विक्रम नाट्य समारोह के पहले दिन ”चाणक्‍य” की प्रस्‍तुति होगी। इस नाटक को बॉलीवुड अभिनेता व फिल्‍म डायरेक्‍टर मनोज जोशी द्वारा निर्देशित एवं अभिनीत किया गया है। चाणक्‍य की नीति, दूरदर्शिता, प्‍लानिंग और समर्पण को अभिनेता मनोज जोशी दर्शकों के सामने पेश करेंगे। देश भर में इस नाटक के प्रदर्शन हो चुके हैं पर उज्जैन के लिए यह अपने आप में इसलिए भी अलग है क्‍योंकि मनोज जोशी पहली बार उज्‍जैन में यह प्रस्‍तुति देने जा रहे हैं।
महाराजा विक्रमादित्‍य शोधपीठ द्वारा आयोजित 8 दिवसीय समारोह के दूसरे दिन बैंगलुरू के सलाउद्दीन पाशा निर्देशित नाटक ”रामायण एवं श्रीमदभगवतगीता आन व्‍हील्‍स” का मंचन होगा। यह दिव्यांगों द्वारा बैसाखी और व्हीलचेयर के इस्तेमाल से की जाने वाली प्रस्‍तुति रंगमंच के इतिहास में पहली है। इस नाटक के देश और दुनिया में अनेक प्रदर्शन हो चुके हैं। 16 मार्च को भोपाल का नाट्य समुह एक रंग द्वारा ”स्‍कंदगुप्‍त” की प्रस्‍तुति होगी। स्कंदगुप्त ने सम्राट विक्रमादित्य की ही तरह भारत के पराक्रम का लोहा मनवाया था। इस नाटक का निर्देशन प्रख्यात बालीवुड निर्देशक एवं सैट डिजाइनर जयंत देशमुख ने किया है। यह नाटक देशभक्ति और राष्ट्रीयता पर केन्द्रित है। 17 मार्च को संजय मेहता निर्देशित ”आदिशंकराचार्य” की प्रस्‍तुति होगी। यह कहानी 12 वर्ष के उस बालक की है जो दक्षिण भारत में पैदा हुआ और जिसमें अपने लेखन और अनुभव के आधार पर संपूर्ण विश्‍व को दिशा दी। 18 मार्च को देश प्रदेश के शीर्षस्थ लेखक निर्देशक डॉ. प्रभात कुमार भट्टाचार्य निर्देशित नाटक ”कर्णभार” दर्शकों को देखने मिलेगा। यह नाटक महाभारत के महत्वपूर्ण प्रसंगों पर आधारित है। 19 मार्च को ”आदि विक्रमादित्‍य” की प्रस्‍तुति होगी। जिसे मध्‍यप्रदेश नाट्य विद्यालय, भोपाल के निदेशक टीकम जोशी द्वारा तैयार किया गया है। 20 मार्च को दो नाटकों का मंचन होगा पहला सतीश दवे निर्देशित ”सरमापणि”। इसमें भारतीय नाट्य परंपरा दर्शाया गया है जिसमें संस्कृत और हिंदी भाषाओं में संवाद सुनायी देंगे। दूसरा संजीव मालवीय निर्देशित ”राजा भोज”। राजा भोज को भी निर्देशक द्वारा डिजीटल प्रयोगों से सुसज्जित किया है। जबकि विक्रम नाट्य समारोह के अंतिम दिन जयंत देशमुख निर्देशित ”गोविंदा” की प्रस्‍तुति होगी। श्रीकृष्ण उवाच पर केंद्रित इस प्रस्‍तुति में टीवी एवं फ़िल्मों के जाने माने अभिनेता गोदान कुमार मंच पर होंगे। यह नाटक कृष्ण को समझने की प्रक्रिया है। यह नाटक हमारे मन में उठ रहे सारे प्रश्‍नों को समाहित करता है।