उज्जैन । प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान बुधवार को उज्जैन के गौरव दिवस तथा भारत उत्कर्ष नवजागरण और वृहत्तर भारत की सांस्कृतिक चेतना पर एकाग्र विक्रमोत्सव कार्यक्रम के तहत शिप्रा तट (दत्त अखाड़ा घाट) पर आयोजित प्रसिद्ध पार्श्व गायक शान और उनके दल की भव्य संगीत निशा में शामिल हुए।
उन्होंने कहा कि आज उज्जयिनी का जन्म उत्सव है। अवन्तिका नगरी तीन लोक से न्यारी और प्यारी है। उज्जयिनी नगरी अलौकिक और अदभुत नगरी है, जो अपनी संस्कृति और परम्परा को सहेजे हुए है। यहां आकर हमेशा एक अदभुत और दिव्य अनुभव होता है। यहां का शुद्ध एवं सात्विक वातावरण सबका मन मोहता है। आज का दिन अदभुत है, आज गुड़ी पड़वा है। इस दिन विक्रम संवत का प्रारम्भ हुआ। सम्राट विक्रमादित्य ने उस काल में शको और हुणों को पराजित कर विजयी भारत की नींव रखी। हमें यह याद रखना चाहिये कि हमारी संस्कृति हजारों वर्ष पुरानी है। विक्रम संवत ईस्वी सन से 57 वर्ष पुराना है। सनातन नया वर्ष आज प्रारम्भ हो रहा है और इसी दिन 2005 से हमने विक्रमोत्सव मनाना शुरू किया था। आज ही के दिन अवन्तिका का गौरव दिवस मनाया जा रहा है। सृष्टि को आरम्भ हुए एक अरब 95 करोड़ 58 लाख 85 हजार 124 वर्ष हो गये हैं। उज्जैन का गौरव सबको गौरवान्वित करता है। उज्जैन की अपनी धार्मिक एवं सांस्कृतिक पहचान है जो युगों से पल्लवित होती रही है। सृष्टि के आरम्भ से ही उज्जयिनी का अस्तित्व माना जाता है। युग बदलते गये और उज्जैन को कभी उज्जयिनी, अवन्तिका, कनकश्रृंगा आदि नामों से जाना जाता रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि गरूड़ पुराण में उज्जैन को सर्वश्रेष्ठ नगरी बताया गया है। वहीं अग्निपुराण में उज्जयिनी को मोक्षदा कहा गया है। पार्वती मां के कहने पर भगवान शिव ने उज्जयिनी नगरी बसाई थी। इसीलिये उज्जयिनी नगरी को विशाला भी कहते हैं।
मध्य प्रदेश में महाकाल लोक के बाद ओरछा में राम लोक का निर्माण किया जायेगा
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि उज्जैन में महाकाल लोक के निर्माण से न केवल मध्य प्रदेश अपितु देश में उज्जैन का नाम गौरवांवित हुआ है। पूरे विश्व में भारत और महाकाल लोक छाये हुए हैं। विदेशी पर्यटक भी उज्जैन आ रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि जुलाई माह तक महाकाल लोक का दूसरा भाग तैयार हो जायेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि आगे और भी नये आयाम प्रदेश स्थापित करेगा। यह नया मध्य प्रदेश है। महाकाल लोक के बाद ओरछा में राम लोक, चित्रकूट में वनवासी लोक, सलकनपुर धाम में देवी लोक बनायेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि हम अपनी संस्कृति और परम्परा न भूलें। अपनी संस्कृति और परम्परा को स्थापित करने के लिये अपना सर्वस्व योगदान दें।
मुख्यमंत्री ने उज्जयिनी गौरव रत्न सम्मान प्रदान किया
गौरव दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय योगदान देने वाले विख्यात व्यक्तियों को उज्जयिनी गौरव रत्न सम्मान प्रदान किया। सम्मान के तहत शाल एवं प्रशंसा पत्र प्रदान किये। मुख्यमंत्री ने चिकित्सा के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने पर डॉ.सीएम पौराणिक को, शिक्षा के क्षेत्र में डॉ.रामराजेश मिश्र, साहित्य के क्षेत्र में श्री शिव चौरसिया को, विधि के क्षेत्र में श्री कुलदीप भार्गव को, अभियांत्रिकी के क्षेत्र में श्री श्रीकान्त वैशंपायन को, ज्योतिष के क्षेत्र में श्री शिवेंद्रचंद्र द्विवेदी को, उद्योग एवं व्यवसाय के क्षेत्र में श्री मुकेश रांका को तथा खगोलशास्त्र के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान देने पर श्री घनश्याम रत्नानी को सम्मान प्रदान किया। मुख्यमंत्री ने संस्कृति विभाग द्वारा स्थापित वेदव्यास सम्मान वर्ष 2019-20 के लिये अंकुर एजुकेशन अल्टरनेटिव सोसायटी के श्री प्रभात कुमार झा एवं श्रीमती सुशीला को प्रदान किया। वर्ष 2020-21 का वेदव्यास सम्मान श्री आर.बालाशंकर नईदिल्ली को तथा अमर शहीद चंद्रशेखर आजाद सम्मान वर्ष 2020-21 बालगोकुलम संस्था केरल के श्री बाबूलालजी एवं श्री टी.शिवकुमार को प्रदान किया।
प्रधानमंत्री के नेतृत्व में एक नये भारत का उदय हुआ है
मुख्यमंत्री ने कहा कि हम हर वर्ष अंग्रेजी कैलेण्डर के अनुसार नया साल मनाते हैं। हम अपनी वर्ष प्रतिपदा एवं गुड़ी पड़वा एवं विक्रम संवत को भूल चुके थे। यह दर्द मुझे हमेशा रहता था कि हम प्राचीन इतिहास को भूलने लगे हैं। इसलिये मैंने तय किया कि हर वर्ष गुड़ी पड़वा एवं नव संवतसर पर्व को पूरी परम्परा के साथ मनाया जायेगा और अपने प्राचीन भारत के गौरव को पुन: स्थापित किया जायेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में एक नये भारत का उदय हुआ है। इस भारत की कीर्ति चहुंओर फैल रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने अपने गौरव को पुन: स्मरण करने के लिये गुड़ी पड़वा पर अवकाश भी घोषित किया हुआ है।
पुस्तकों एवं कैलेण्डर का विमोचन किया
मुख्यमंत्री ने गौरव दिवस के अवसर पर चार पुस्तकों का विमोचन किया। इसमें अयोध्या, सामाजिक एवं आर्थिक कल्याण, सम्राट विक्रमादित्य एवं जल परम्पराएं नामक पुस्तक शामिल है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने नव संवतसर के कैलेण्डर का भी विमोचन किया। इसके पूर्व मुख्यमंत्री के आगमन पर घाट पर भव्य एवं रंगारंग आतिशबाजी की गई। मुख्यमंत्री ने दीप प्रज्वलित कर गौरव दिवस के कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। मुख्यमंत्री ने पांच गायकों श्री शंकर महादेवन, अरजीत सिंह, शान, सोनू निगम एवं कैलाश खेर द्वारा गाये महाकाल के गीत को लॉन्च किया। पं.चन्दन गुरु ने स्वस्ति वाचन किया एवं विक्रमादित्य शोधपीठ के निदेशक डॉ.श्रीराम तिवारी ने विक्रमादित्य शोधपीठ के कार्यों की विस्तार से जानकारी दी।
एक अप्रैल से शराब के अहाते बन्द रहेंगे
मुख्यमंत्री ने कहा कि एक अप्रैल से समूचे प्रदेश में शराब के अहाते बन्द होंगे। कोई भी व्यक्ति अहाते में बैठकर शराब नहीं पी पायेगा। साथ ही कोई सड़क पर यदि शराब पीता दिखा तो उसे डंडे भी पड़ेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि नशामुक्ति अभियान निरन्तर चलता रहेगा।
उज्जैन को स्वच्छता में नम्बर वन बनाने का संकल्प दिलाया
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने उपस्थित लोगों से कह कि वे उज्जयिनी को स्वच्छ एवं साफ बनाने में अपना बहुमूल्य योगदान दें। उन्होंने उपस्थित लोगों को संकल्प दिलाया कि वे इस वर्ष उज्जैन को स्वच्छता में नम्बर एक जिला बनायेंगे। इसके लिये उन्होंने स्वच्छ प्रतियोगिता आयोजित करने के भी निर्देश दिये। मौके पर ही महापौर श्री मुकेश टटवाल ने घोषणा की कि नगर निगम हर वर्ष गौरव दिवस के अवसर पर सवा लाख रुपये का स्वच्छता गौरव पुरस्कार प्रदान करेगा।
संस्कृति मंत्री सुश्री उषा ठाकुर ने उज्जैनवासियों को गौरव दिवस की बधाई दी और कहा कि हम सबको वैदिक परम्परा अपनाना चाहिये। वैदिक परम्परा को अपनी जीवन शैली का हिस्सा बनाना चाहिये। सुश्री ठाकुर ने कहा कि मुख्यमंत्री के नेतृत्व में हम सब 21वी सदी में पुन: अपनी प्राचीन संस्कृति की प्राण-प्रतिष्ठा को प्रतिष्ठित करेंगे। उच्च शिक्षा मंत्री डॉ.मोहन यादव ने कहा कि हमारे जिले में हर पर्व एवं त्यौहार में मुख्यमंत्री श्री चौहान शामिल होते हैं। उन्होंने कहा कि इससे हमारा पथ प्रदर्शन होता है। उन्होंने विक्रमादित्य शोधपीठ द्वारा किये जा रहे कार्यों की जानकारी दी और बताया कि उज्जैन में हाल ही में वैज्ञानिकों का एक बहुत बड़ा कार्यक्रम आयोजित किया गया था। दुनिया की पौराणिक फिल्मों का प्रदर्शन भी उज्जैन में किया गया।
इस अवसर पर सांसद श्री अनिल फिरोजिया, विधायक श्री पारस जैन एवं श्री बहादुरसिंह चौहान, महापौर श्री मुकेश टटवाल, नगर निगम सभापति श्रीमती कलावती यादव, जनप्रतिनिधि सर्वश्री विवेक जोशी, बहादुरसिंह बोरमुंडला, जगदीश अग्रवाल, विशाल राजौरिया सहित प्रशासनिक अधिकारीगण उपस्थित रहे।