उज्जैन। आयुष महाविद्यालयों में पदस्थ विभिन्न चिकित्सा शिक्षकों की पदोन्नति लंबे अंतराल से लंबित है। फरवरी-2015 के पश्चात विभाग में कोई भी पदोन्नति नहीं हो सकी है। इस कारण विभिन्न चिकित्सा शिक्षक बिना पदोन्नति के ही सेवानिवृत्ति के निकट है एवं पदोन्नति के अभाव में निचले पदों के रिक्त न होने से विभाग में कोई भी भर्तियां नहीं हो पा रही है, जिसके कारण विभिन्न महाविद्यालयों में स्नातक एवं स्नातकोत्तर स्तर पर मान्यता का संकट बना हुआ है। इसके अलावा अधिकांश लगभग 80 प्रतिशत चिकित्सा शिक्षक समयमान वेतनमान की अवधि को लंबे समय से पूर्ण कर चुके हैं, फिर भी उन्हें समयमान वेतनमान आज तक प्राप्त नहीं हो रहा है। इसे लेकर आयुष महाविद्यालय के चिकित्सा शिक्षकों ने आयुष मंत्री रामकिशोर कावरे को ज्ञापन सौंपा।