उज्जैन: बाबा महाकाल की सवारी मार्ग के चौड़ीकरण, सौन्दर्यकरण एवं मार्ग के सभी मकानों और प्रतिष्ठानों को एक ही कलर थीम पर करके मार्ग को आकर्षक बनाया जाए एवं श्रद्धालुओं को किस तरह से सुगमता पूर्वक बाबा महाकाल की सवारी में पालकी के दर्शन हो सके इसकी कार्य योजना शीघ्र तैयार की जाएं जिससे आने वाले श्रावण माह से पूर्व इसे मूर्त रूप दिया जा सके।
यह निर्देश महापौर श्री मुकेश टटवाल ने रविवार को नगर निगम आयुक्त श्री रौशन कुमार सिंह एवं स्मार्ट सिटी के तकनीकी अधिकारियों के साथ सवारी मार्ग के निरीक्षण के दौरान दिए। महापौर द्वारा संपूर्ण सवारी मार्ग का पैदल भ्रमण करते हुए दुकानदारों से चर्चा करते हुए सवारी मार्ग को सुगम एवं अतिक्रमण मुक्त बनाने के लिए चर्चा की गई दुकानदारों द्वारा सवारी मार्ग को सुगम, सुन्दर बनाने में सहयोग देने के लिए कहां गया।
महापौर श्री टटवाल ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि महाकाल सवारी मार्ग का चौड़ीकरण एवं सौंदर्यीकरण धार्मिक आस्था के अनुरूप किया जाना है, जिससें बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं के साथ ही शहर के नागरिकों के लिए मार्ग आकर्षित दिखे साथ ही सवारी के दौरान बाबा महाकाल की पालकी के दर्शन सुगमता पुर्वक हो सके इसके लिए शीघ्र कार्ययोजना तैयार करते हुए डीपीआर बनाई जाएं एवं इसकी टेंडर प्रक्रिया की जाए जिससे आगामी श्रावण माह के पुर्व यह कार्य पूर्ण हो सके तथा मार्ग में जंहा अतिक्रमण है उसे हटाया जाकर मार्ग को दुरुस्त किया जाए।
नगर निगम आयुक्त श्री रौशन कुमार सिंह द्वारा जानकारी देते हुए बताया कि महाकाल सवारी मार्ग एक महत्वपूर्ण मार्ग है आने वाले श्रावण माह से पूर्व मार्ग चौडीकरण, सौन्दर्यकरण की कार्य योजना बनाई जा कर उसे पूर्ण किया जाएगा। कार्य योजना में एक आदर्श सड़क, प्रकाश व्यवस्था के लिए पोल लगाते हुए अंडर ग्राउंड लाईन डाली जाएगी, चौराहों एवं जंक्शनों को व्यवस्थित एवं श्रद्धालुओं की सुविधा के अनुरूप सवारी मार्ग को सुगम बनाया जाएगा।
निरीक्षण के दौरान झोन अध्यक्ष श्री विजय सिंह कुशवाह, श्री सुशील श्रीवास, अपर आयुक्त श्री आशीष पाठक, श्री आदित्य नागर, अधीक्षण यंत्री श्री जी. के. कठिल, कार्यपालन यंत्री श्री जगदीश प्रसाद मालवीय, झोनल अधिकारी श्री डी.एस. परिहार, सहायक यंत्री श्री साहिल मैदावाला, उपयंत्री श्री श्याम सुन्दर शर्मा, श्री निर्झर शुक्ला, सुश्री सौम्या चतुर्वेदी, सुश्री ज्योत्सना उबनारे आदि उपस्थित थे।