उज्जैन: होटल अविका, गोवर्धन सागर, मेट्रो टॉकीज जैसे न्यायालयीन प्रकरणों का शीघ्र निराकरण हो ऐसा प्रयास किया जाए साथ ही न्यायालयीन प्रकरणों में किसी भी तरह की लापरवाही ना बरतें, समयसीमा में प्रकरणों के जबाव तैयार करे।
यह बात महापौर श्री मुकेश टटवाल ने सोमवार को विधि विभाग के कार्यो की समीक्षा करते हुई कही। बैठक में महापौर श्री टटवाल ने विधि विभाग के कार्यो की समीक्षा करते हुए लंबित न्यायालयीन प्रकरणों के साथ ही कानीपुरा मल्टी के सामने वाली भूमि, गोपाल मंदिर स्थित पुराना नगर निगम की भूमि के प्रकरणों में माननीय न्यायालय में अपील के प्रकरणों की स्थिति के साथ ही होटल अबिका, गोवर्धन सागर, मेट्रो टॉकीज, कवेलू कारखाने के अधिवक्ता कौन है तथा इन प्रकरणों की प्रचलित स्थिति क्या है इनकी जानकारी प्रस्तुत की जाए।
महापौर श्री टटवाल ने निर्देशित किया गया कि विधि विभाग द्वारा न्यायालयीन प्रकरणों के लिए अभिभाषकों को कब से नियुक्त किया गया एवं उनके द्वारा कितने प्रकरणों में निगम हित में कार्य किया है इसकी रिपोर्ट प्रस्तुत करें। निगम के न्यायालयीन प्रकरण किस स्थिति में है नियुक्त वकीलों के साथ प्रत्येक प्रकरण की समीक्षा की जाए, बैठक में श्रम न्यायालय में नगर निगम के कितने प्रकरण है इसकी भी जानकारी प्राप्त की गई।
बैठक में एमआईसी सदस्य श्री शिवेंद्र तिवारी, अपर आयुक्त श्री आदित्य नागर, सहायक आयुक्त श्रीमती नीता जैन, विधि विभाग के अधिकारी श्रीमती अभिलाषा चौरसिया, लिपिक श्री संतोष शर्मा आदि उपस्थित थे।