उज्जैन । महाराजा विक्रमादित्य शोधपीठ द्वारा *एक भारत-श्रेष्ठ भारत* कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। त्रिवेणी संग्रहालय में आयोजित इस एक दिवसीय कार्यक्रम में दो नाट्य प्रस्तुतियाँ दी जायेंगी। पहली प्रस्तुति की *पेरिनी तांडवम्* होगी जिसे पद्मश्री नटराज रामकृष्ण, गल्लेजा रंजीथ ग्रुप वारंगल(तेलंगाना) द्वारा कोरियोग्राफ किया गया है। जबकि दूसरी प्रस्तुति भोपाल के राजीव सिंह निर्देशित *वारतां बिक्रमजीत दी* की होगी। इन सांस्कृतिक प्रस्तुतियों का लुफ्त उठाने दर्शकों का प्रवेश नि:शुल्क रहेगा।
महाराजा विक्रमादित्य शोधपीठ के निदेशक श्रीराम तिवारी ने कहा कि इसी साल के शुरूआत में शोधपीठ ने हैदराबाद में सम्राट विक्रमादित्य उत्सव किया था। इसी क्रम में 18 अप्रैल 2023 को दक्षिण भारत से कोई 500 लोगों का दल मध्यप्रदेश खासकर उज्जैन प्रवास पर आ रहा है। उन्होंने कहा कि हम विक्रमादित्य को लेकर दक्षिण में गये थे आज वे सातवाहन, चौल, पल्लव, चिन्नास्वामी का संदेश लेकर आ रहे है यही एक भारत- श्रेष्ठ भारत का विचार है। हमारा प्रयास है पूरे देश में लोगों को एक-दूसरे से जोड़कर एकता, शान्ति और सद्भावना कायम की जाये।