उज्जैन, पुलिस अधीक्षक उज्जैन श्री सचिन शर्मा द्वारा ऑनलाइन धोखाधड़ी/सायबर ठगी जैसे अपराधो में त्वरित कार्यवाही करते हुए समय पर सफल अनावरण किये जाने हेतु निर्देशित किया गया।
इसी क्रम से अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर श्री अभिषेक आनंद,अनुभाग नगर पुलिस अधीक्षक श्री ओ.पी. मिश्रा के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी महाकाल श्री मुनेन्द्र गौतम एवं टीम द्वारा श्री महाकालेश्वर मंदिर में होने वाली प्रातः भस्मआरती की नकली भस्मार्ती अनुमति बनाकर धोखाधड़ी कर पैसे लेने वाले 07 आरोपीयो को गिरफ्तार कर 06 मोबाईल, 1 लेपटाप, 1 सी.पी.यू, नगदी 4500/- रुपए जप्त करने में सफलता प्राप्त की है।
◾ घटना का संक्षिप्त विवरण-
दिनांक 16.04.2023 को कार्यालय श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति उज्जैन से आवेदक व्दारा एक लेखीय आवेदन प्रस्तुत किया जिसमे दिनांक 16.04.23 को महाकाल मंदिर में प्रातः कालीन होने वाली भस्म आर्ती अनुमति के लिये तीन दर्शनार्थी से अनावेदकगण व्दारा 4500/- रूपये लेकर की भस्मार्ती अनुमति जारी करवाई गई। उक्त भस्मार्ती अनुमति लेकर श्रद्धालु मंदिर पहुंचे तो जांच के दौरान उक्त अनुमति किसी अन्य श्रद्धालु को जारी करना पाया गया आरोपी द्वारा नकली अनुमति बनाकर श्रद्धालु के साथ धोखाधडी की गई। जिस पर से थाना महाकाल पर अपराध क्रमांक 187/2023 धारा 420, 34 भादवि का पंजीबद्ध किया जाकर विवेचना में लिया गया।
◾पुलिस द्वारा की गई कार्यवाही
उक्त घटनाक्रम के संबंध में वरिष्ठ अधिकारीगण से आवश्यक दिशा निर्देश प्राप्त किये जाकर टीम गठित की गई गठीत टीम द्वारा श्रद्धालुओं को भस्म आरती अनुमति देने वाले आरोपी को अभिरक्षा मे लिया जाकर सख्ती से पुछताछ की गई जिसमें आरोपी द्वारा जुर्म स्वीकार करने पर उक्त आरोपी के अन्य 06 साथी आरोपियो को गिरफ्तार कर उक्त घटना में प्रयुक्त सामग्री जप्त की गई है। दौराने विवेचना कुल 07 आरोपीगण को गिरफ्तार कर प्रकरण में आए साक्ष्यो के आधार पर प्रकरण में धारा 467,468, 471 भादवि का इजाफा किया गया।
◼️तरीका-ए-वारदात –
आरोपीगण द्वारा भस्मार्ती करने वाले दर्शनार्थी से भस्मार्ती की बुकिंग करने हेतू प्रति व्यक्ति से 1000– 1500 रुपए लेकर भस्मार्ती एंट्री गेट पर लगे कर्मचारी को आधार कार्ड की प्रति उपलब्ध करवाते थे। उक्त आरोपी पुरानी भस्मार्ती रसीद व भस्मार्ती करने वाले दर्शनार्थी की जानकारी अपने साथी आरोपी को देता था जो कंप्यूटर के माध्यम से पुरानी भस्मार्ती परमीशन को एडीट करने के पश्चात नई फर्जी परमीशन बनाकर वापस भस्मार्ती इन्ट्री पर लगे कर्मचारी को देता है जो दर्शनार्थी को भस्मार्ती इन्ट्री करने के समय गेट से इन्ट्री करवाता था।आरोपीगण बाद में अपने-अपने हिस्से के रुपए आपस मे बांट लेते थे।
◼️जाप्त सामग्री
01. मोबाईल फोन- 06
02. लेपटाप 01
03. सीपीयू- 01
04. नगदी 4500/- रुपए, कुल मश्रुका लगभग एक लाख उनतीस हजार पांच सौ रु का गिरफ्तारशुदा आरोपीगण से बरामद किया गया है।
🏆 सराहनीय भूमिका-
थाना प्रभारी श्री मुनेंद्र गौतम, उनि जयंत डामोर, उनि सालगराम चौहान, सउनि संतोष राव, प्र. आर. 1651 मनीष यादव, प्र.आर. 691 सुनील पाटीदार, प्रआर 1324 वीरसिह, आर. 1593 देवेन्द्र पाण्डे, सै. विशाल यादव, महाकाल पुलिस टीम की विशेष भुमिका रही।