खाद्य विभाग द्वारा मिलावटखोरों के विरूद्ध प्रभावी कार्यवाही की जाये – कलेक्टर

उज्जैन । कलेक्टर श्री कुमार पुरुषोत्तम के द्वारा बुधवार को प्रशासनिक संकुल भवन के सभाकक्ष में जिला खाद्य एवं औषधी प्रशासन के विभागीय कार्यों की समीक्षा बैठक ली गई। बैठक में विभाग के कार्य, खाद्य प्रतिष्ठानों के निरीक्षण, सेम्पलिंग, विगत तीन माह में लिये गये रेग्युलेटरी नमूने, निरीक्षण एवं नमूना कार्यवाही, औषधी विभाग द्वारा की गई कार्यवाही के बारे में जानकारी दी गई। बताया गया कि वर्तमान में जिले में एक्टिव खाद्य लायसेंस की संख्या 1351 है तथा एक्टिव पंजीयन की संख्या 10361 है।

बैठक में कलेक्टर ने निर्देश दिये कि खाद्य विभाग द्वारा जिले में मिलावटखोरों के विरूद्ध प्रभावी कार्यवाही की जाये। डेयरी प्लांट्स की समय-समय पर सघन जांच की जाकर सेम्पलिंग की जाये। महाकाल लोक के आसपास बहुत सारे नये रेस्टोरेंट और होटल संचालित किये जा रहे हैं। यहां काफी संख्या में महाकाल लोक के दर्शन के लिये आने वाले श्रद्धालु जलपान, नाश्ता आदि करते हैं। अत: उक्त स्थानों पर खाद्य पदार्थों की शुद्धता की जांच हेतु निरन्तर सेम्पलिंग की जाये। सघन अभियान चलाया जाये। बैठक में जानकारी दी गई कि उज्जैन जिले में ईट राइट चैलेंज के अन्तर्गत 53 होटल, रेस्टोरेंट, बेकरी, मिठाई शॉप आदि की हाइजीन रेटिंग कराई गई है और इन्हें हाइजीन रेटेड सर्टिफिकेट प्रदान किये गये हैं। इस सर्टिफिकेट की अवधि दो वर्ष की होती है। कलेक्टर ने उक्त संस्थानों का समय-समय पर फॉलोअप लिये जाने के निर्देश दिये।

बैठक में एडीएम श्री अनुकूल जैन, खाद्य सुरक्षा अधिकारी श्री मनीष कुमार स्वामी, श्री बसंतदत्त शर्मा, श्री पुष्पक द्विवेदी, श्री बीएस देवलिया, श्री एमके वर्मा, श्री सुभाष खेड़कर, औषधी निरीक्षक श्री धरम सिंह कुशवाह मौजूद थे।