महाकाल लोक का मानसरोवर भवन,70 हजार वर्गफीट क्षेत्रफल में बना है

उज्जैन । महाकाल लोक के आकर्षण से बंधा न केवल देश प्रदेश बल्कि विश्व के अनेकों स्थानों से भगवान महाकाल के दर्शन करने और महाकाल लोक को देखने के लिये हजारों दर्शनार्थी उज्जैन पहुंच रहे हैं। महाकाल लोक की मूर्तिकलाओं व लैंड स्केपिंग को देखने के बाद जैसे ही भगवान श्री महाकालेश्वर में दर्शन के लिये दर्शनार्थी आगे बढ़ते हैं, मन्दिर समिति द्वारा बनाया गया मानसरोवर भवन उनका स्वागत करता है। यह भवन किसी सरोवर की ही तरह शीतलता लिये हुए यात्रियों की सुविधा के लिये बनाया गया है। 70 हजार वर्गफीट में निर्मित यह भवन चार हजार व्यक्तियों की क्षमता लिये हुए निरन्तर दर्शनार्थियों की सेवा में रत है। यहां पर 45 शौचालय पुरूषों के लिये व इतने ही महिलाओं के लिये बनाये गये हैं। इनकी दिन-रात मन्दिर समिति के कर्मचारी साफ-सफाई करते हैं। यही नहीं भवन में छह हजार मोबाइल लॉकर, छह हजार जोड़ी जूते एवं अन्य कीमती सामान के लिये 1500 लॉकर की सुविधा विकसित की गई है। पूर्व में भस्म आरती के लिये आने वाले दर्शनार्थियों को खुले में बैठना पड़ता था, किन्तु यहां पर अब दर्शनार्थियों के बैठने की व्यवस्था भी की गई है। भवन का निर्माण बहुत ही आकर्षक एवं सुन्दरता को ध्यान में रखकर किया गया है। भवन के बाहर की ओर स्टोन क्लेडिंग से कार्य कराये गये हैं और लाईटिंग लगाई गई है, जो कि भवन की सुन्दरता को और अधिक निखारता है। भवन का निर्माण मन्दिर समिति द्वारा प्रदत्त 21 करोड़ रुपये की राशि द्वारा उज्जैन विकास प्राधिकरण द्वारा किया गया है।