मध्य प्रदेश में मनाया जायेगा सभी राज्यों का स्थापना दिवस -राज्यपाल श्री पटेल

उज्जैन । मध्य प्रदेश के राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल और उच्च शिक्षा मंत्री डॉ.मोहन यादव शुक्रवार को विक्रम विश्वविद्यालय के स्वर्ण जयन्ती सभागार में आयोजित तेलंगाना राज्य के 9वे स्थापना दिवस समारोह में शामिल हुए। गौरतलब है कि एक भारत श्रेष्ठ भारत की संकल्पना पर यह कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में राजभवन सचिवालय के प्रमुख सचिव श्री डीपी आहूजा, सचिव एमएसएमई श्री पी.नरहरि, तेलंगाना की प्रो.नीलिमा सत्यम देवरकोंडा, विक्रम विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो.अखिलेश कुमार पाण्डेय, कुल सचिव डॉ.प्रशांत पुराणिक एवं अन्य गणमान्य नागरिक मौजूद थे।

राज्यपाल श्री पटेल ने इस अवसर पर कहा कि ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ की संकल्पना को ध्यान में रखते हुए पूरे विश्व में सांस्कृतिक धरोहर की सम्पन्नता के लिये प्रसिद्ध हमारे देश के सबसे युवा प्रदेश तेलंगाना के स्थापना दिवस के अवसर पर मध्य प्रदेश की जनता की ओर से वे सभी तेलंगाना निवासियों को बधाई देते हैं। कार्यक्रम के आयोजन के पीछे हमारा प्रयास है कि मध्य प्रदेश और तेलंगाना के निवासियों के बीच संवाद स्थापित और संस्कृतियों का आदान-प्रदान हो। मध्य प्रदेश में सभी राज्यों का स्थापना दिवस मनाने की शुरूआत की गई है। एक मई को राजभवन में महाराष्ट्र एवं गुजरात का स्थापना दिवस मनाया गया। राज्यपाल ने कहा कि भारत के हर राज्य की सांस्कृतिक वेशभूषा और भाषा अलग-अलग होने के बावजूद यह विविधता हमें जोड़कर रखती है। उन्होंने कहा कि हमारा देश ‘विश्वगुरू’ बनने के पथ पर अग्रसर है। अनेकता में एकता की हमारी पहचान है।

लौह पुरूष सरदार वल्लभभाई पटेल ने छोटी रियासतों का विलय कर स्वतंत्रता के समय राष्ट्र निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। राज्यों के एकीकरण में उनका महत्वपूर्ण योगदान रहा है। अलग-अलग प्रान्तों की मानसिक, बौद्धिक और सांस्कृतिक विचारों का संगम ही राष्ट्रीय एकता को दर्शाता है। राज्यों के विकास से ही देश का विकास हो सकता है। अब भविष्य के लिये नये संकल्प लेने का समय आ गया है। आत्मनिर्भर बनते हुए हम देश को आगे ले जायेंगे।

उच्च शिक्षा मंत्री डॉ.मोहन यादव ने इस अवसर पर कहा कि आज का यह कार्यक्रम हम सभी के लिये अनुपम और अनुकूल सौगात लेकर आया है। कुछ समय पहले मध्य प्रदेश सरकार द्वारा सम्राट विक्रमादित्य के नाट्य का मंचन हैदराबाद में किया गया था। सम्राट विक्रमादित्य तेलंगाना में भी बहुत प्रसिद्ध हैं। वहां उन्हें भट्टाराजा के नाम से सम्बोधित किया जाता है। इस तरह के आयोजन से हमारे देश की आन्तरिक एकता व शक्ति मजबूत होती है। तेलंगाना राज्य की स्थापना करने वाले बलिदानियों को हम नमन करते हैं। डॉ.यादव ने कहा कि बहुत कम समय में ही तेलंगाना राज्य प्रगति के पथ पर बहुत आगे निकल चुका है। मंत्री डॉ.यादव ने कार्यक्रम के आयोजन पर अपनी ओर से सभी तेलंगानावासियों को शुभकामनाएं दी।

एमएसएमई के प्रमुख सचिव श्री पी.नरहरि ने राज्यपाल श्री पटेल का स्वागत पुष्पगुच्छ और अंगवस्त्र भेंटकर किया। इस अवसर पर श्री नरहरि ने स्वागत भाषण देते हुए कहा कि आज का कार्यक्रम तेलुगु संगम तेलंगाना और मध्य प्रदेश शासन के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित किया जा रहा है। यह पहला मौका है जब मध्य प्रदेश सरकार द्वारा तेलंगाना राज्य का स्थापना दिवस कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। श्री नरहरि ने कहा कि जब तेलंगानावासियों को यह पता चला कि मध्य प्रदेश में भी तेलंगाना राज्य की स्थापना का कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है तो सभी ने खुशी का इजहार किया। उन्होंने कहा कि इस आयोजन के पीछे प्रमुख उद्देश्य एक भारत श्रेष्ठ भारत की संकल्पना को साकार करना है। विविधता में एकता के बावजूद हम सभी भारतवासी एक सूत्र में बंधे हैं। तेलंगाना भारत के 29वे राज्य के रूप में स्थापित हुआ है। वर्ष 2014 में इस राज्य की स्थापना हुई थी। वर्तमान में तेलंगाना निरन्तर प्रगतिरत है। यह सांस्कृतिक रूप से समृद्ध राज्य है।

राज्यपाल के उद्बोधन के पश्चात कार्यक्रम में सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी गई। इस अवसर पर कलाकार श्रीमती चन्दनाश्री सिद्धार्थ तेलंग ने तेलुगु में भगवान गणेश की वन्दना की। कामाक्षी और चन्दनाश्री ने तेलंगाना का लोकनृत्य ‘वतुकंमा’ प्रस्तुत किया। इसके पश्चात तेलंगाना राज्य की स्थापना पर आधारित लघु फिल्म का प्रदर्शन किया गया। राष्ट्रगान ‘जन गण मन’ के पश्चात कार्यक्रम का समापन हुआ।