उज्जैन । मंगलवार को अपर कलेक्टर श्री मृणाल मीना द्वारा विभिन्न मामलों में जनसुनवाई की गई। मतानाखुर्द निवासी भागवंती चौहान ने आवेदन दिया कि वे पूर्व में शासकीय दृष्टिबाधित और श्रवणबाधित उमावि में रसोईया के पद पर कार्य करती थी। उन्हें कोरोनाकाल के चलते पद से हटा दिया गया था। अब परिस्थितियां सामान्य होने के पश्चात उन्हें पुन: विद्यालय में रसोईया के पद पर रखवाया जाये। इस पर सामाजिक न्याय विभाग को नियमानुसार कार्यवाही करने के निर्देश दिये गये।
ग्राम सिपावरा तहसील घट्टिया निवासी कमल पिता राधेश्याम ने आवेदन दिया कि गांव में उनके मकान के पास से एक रास्ता जाता है, जिसे कुछ लोगों द्वारा अनावश्यक रूप से कब्जा कर बन्द कर दिया गया है। इस पर एसडीओ राजस्व तराना को आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिये गये।
महानन्दा नगर निवासी निखिल शाह ने आवेदन दिया कि वे एक पट्टाधारी कंस्ट्रक्शन कंपनी में मैनेजर के पद पर पदस्थ हैं। कंपनी द्वारा ग्राम रूदाहेड़ा की शासकीय भूमि पर पत्थर खनिज का उत्खनन पट्टा विगत 2019 से लिया गया है। उक्त भूमि पर गांव के कुछ लोगों द्वारा अवैध कब्जा कर लिया गया है। अत: उक्त क्षेत्र का सीमांकन कर कंपनी को कब्जा प्रदान किया जाये।
ग्राम नानूखेड़ा तहसील तराना निवासी कैलाशचंद्र ने आवेदन दिया कि उनके भाईयों ने गोल खाते की जमीन को पटवारी के साथ सांठगांठ कर नामांतरण करवा लिया है और उसे बेचने का प्रयास किया गया है। इस पर एसडीओ राजस्व तराना को प्रकरण की जांच करने के निर्देश दिये गये।
उज्जैन निवासी शैलेन्द्र माथुर ने आवेदन दिया कि वे लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग से वर्ष 2009 में सेवा निवृत्त हुए थे। उनकी मासिक पेंशन किसी कारण से बन्द कर दी गई है। उसे पुन: प्रारम्भ करवाया जाये। इस पर प्रभारी अधिकारी पीएचई को नियमानुसार कार्यवाही करने के निर्देश दिये गये।
इसी प्रकार अन्य मामलों में अपर कलेक्टर द्वारा जनसुनवाई की गई।