उज्जैन, संस्कार भारती की वार्षिक साधारण सभा अभिरंग नाट्य गृह,कालिदास अकादमी में रविवार को संपन्न हुई।
विस्तृत जानकारी देते हुए संस्था के जिला प्रचार प्रमुख जयंत तेलंग ने बताया कि कार्यक्रम के मुख्य अतिथि मध्य क्षेत्र प्रभारी श्री निरंजन जी पांडा थे,उन्होंने अपने उद्बोधन में संस्था की गतिविधियों पर सन्तोष व्यक्त करते हुवे कहा कि “अभी संस्था के कार्य में और अधिक गतिशीलता लाने की आवश्यकता है,सभी कार्यकर्ता, और अधिक समर्पण भाव से कार्य करे तो कुछ भी असम्भव नही है।”
साधारण सभा में नई कार्यकारिणी की घोषणा की गई जिसका कार्यकाल एक वर्ष का रहेगा, जिसमें अध्यक्ष श्री सुंदरलाल मालवीय, महामंत्री श्री माधव तिवारी, सह महामंत्री श्री दुर्गेश सूर्यवंशी, कोषाध्यक्ष श्री पंकज आचार्य, सह कोषाध्यक्ष श्री जगदीश शर्मा, उपाध्यक्ष- श्री हरिहरेश्वर पोद्दार, श्री गोपाल महाकाल, श्रीमती अर्चना तिवारी,
मंत्री- श्रीमती पलक पटवर्धन, श्रीमती रितुबाला व्यास,श्री अनिल पांचाल, सुदर्शन अयाचित,
मुख्य मीडिया प्रभारी श्री जयंत तेलंग एवं सह मीडिया प्रभारी श्री संजय शुक्ला मनोनीत किए गए।
इसके साथ ही प्रत्येक विधा में संयोजक एवं सहसंयोजक का भी मनोनयन किया गया जिसमे
संगीत विधा-संयोजक श्री दिलीप फड़के, सहसंयोजक पंकज पांचाल,श्री कुलदीप दुबे, नृत्य विधा-संयोजिका श्रीमती प्रज्ञा गढ़वाल, सह संयोजिका श्रीमती सुरभि पाराशर, श्रीमती ऋतु शुक्ला,
नाट्यविधा- संयोजक श्री विशाल कलम्बकर, सहसंयोजक श्री विजेंद्र वर्मा,
साहित्य विधा- संयोजिका श्रीमती माया बधेका सहसंयोजक, श्री नंदकिशोर पांचाल,
रंगोली विधा- संयोजिका श्रीमती राजेश्वरी जोशी,
पुरातत्व विधा- संयोजक डॉ.अजय शर्मा,
चित्रकला विधा- संयोजिका डॉ.रेणुका पांचाल, सहसंयोजक डॉ.आर.पी. शर्मा,
लोककला विधा- संयोजक श्री रामचंद्र गांगोलिया,
सह संयोजिका डॉ.श्रीमती तृप्ति नागर,
दृश्यश्रव्य विधा-संयोजक श्री प्रकाश देशमुख,
इसके अतिरिक्त श्री अमिताभ सुधांशु, श्रीमती जयश्री बांडे एवं श्रीमती नीलिमा पंवार इत्यादि को कार्यकारिणी सदस्य मनोनीत किया गया।
संस्था के वरिष्ठ मार्गदर्शक मंडल में श्री प्रकाश जी चित्तोड़ा,श्री ईश्वर पटेल, श्रीमती पूनम व्यास श्री सतीश दवे एवं श्री उमेश भट्ट आनंद का मनोनयन किया गया।
कार्यक्रम में संस्था के प्रांतीय पदाधिकारी श्री संजय शर्मा एवं योगेंद्र पिपलोनिया तथा
वरिष्ठजन श्री विश्वास शर्मा एवं विनोद काबरा भी उपस्थित थे।
कार्यक्रम का संचालन दुर्गेश सूर्यवंशी ने किया एवं आभार प्रदर्शन श्री गोपाल महाकाल ने किया।