भारतीय सद्भावना मंच, समान नागरिक संहिता जल्द से जल्द लागू हों _ साध्वी कल्पना अरूंधती

उज्जैन, समान नागरिक संहिता जल्द से जल्द लागू इसके लिये भारतीय सद्भावना मंच पूरे देश में व्यापक स्तर पर अभियान चला रहा है। भारतीय सद्भावना मंच की राष्ट्रीय संयोजिका साध्वी कल्पना अरूंधती जी एवं रश्मि राजपूत जी (राष्ट्रीय संयोजिका आदिवासी कन्या प्रकोष्ठ भारतीय सद्भावना मंच) ने बताया कि मंच के द्वारा पूरे देश में लाखों पत्रक भरवाकर लॉ कमिश्न को भेजे जायेंगे, उन्होंने कहा कि कुछ लोगों द्वारा यु.सी.सी. को लेकर एक भ्रान्ती फैलाई जा रही है जो कि दुर्भाग्यपूर्ण है उन्होंने कहा कि देश में सभी जाती धर्म के लिये यह कानून लाया जा रहा है, महात्मा गांधी, भगतसिंह, सुभाषचन्द्र बोस और डॉ. भीमराव अम्बेडकर भी चाहते थे कि देश में समान नागरिकता कानून लागू हो और सबको समान कानूनी अधिकार मिले और भारत एक श्रेष्ठ भारत बने। साध्वी कल्पना अरूंधती ने सनातन धर्म को लेकर की जा रही राजनीतिक बयानबाजी पर भी चिन्ता जताते हुए कहा कि उदयनिधि स्टालिन ने सनातन को मलेरिया-डेगू बताया है यह मोहब्बत की दुकान की बात करने वाले अपनी अपनी राजनीतिक रोटियाँ सेकने के लिये देश को तोड़ने का काम करते है उन्होंने कहा कि जिनको लगता है कि सनातन मलेरिया और डेंगू है ऐसे लोगों को सनातनी देश छोड़ देना चाहिये। साध्वी कल्पना अरूंधती ने कहा कि अगर उदयनिधि स्टालिन ने देश से माफी नहीं मांगी तो राष्ट्रीय सद्भावना मंच उनके विरोध में सड़कों पर उतरकर पूरे देश में आन्दोलन करेगा। उक्त विषयान्तर्गत प्रेस वार्ता में साध्वी कल्पना अरूंधती (राष्ट्रीय संयोजिका भारतीय सद्भावना मंच), रश्मि राजपूत, ममता सांगते, अर्जुन नागदा, मुहम्म्द रियाज, लक्ष्मीनारायण गोरा, आदि मंच के कई कार्यकर्ता उपस्थित थे।