उज्जैन। शासकीय धन्वंतरि आयुर्वेद चिकित्सा महाविद्यालय उज्जैन में स्नातकोत्तर विषयों में संचालित एमडी पाठ्यक्रम विभाग कायचिकित्सा,द्रव्यगुण एवं रचना शारीर में सत्र 2022- 23 में प्रवेशित एमडी अध्येताओं के द्वारा विभिन्न रोगों एवं औषधियों पर जारी नए शोध कार्य पर सिनॉप्सिस प्रेजेंटेशन संस्थागत एथिकल समिति के समक्ष किया गया। कुल 10 एमडी अध्येताओं ने महाविद्यालय के संदीपनी सभागृह में अपने अपने शोध कार्य का डिजिटल प्रस्तुतिकरण किया। प्राचार्य डॉ जेपी चौरसिया ने बताया कि इस दौरान एथिकल समिति के अध्यक्ष एवं पूर्व प्राचार्य डॉ. श्यामलाल शर्मा, महाविद्यालय कायचिकित्स के विभागाध्यक्ष डॉ. ओपी व्यास, सामाजिक विज्ञान शोध संस्थान की प्रोफेसर डॉ. मनु गौतम, वरिष्ठ कानून विशेषज्ञ अजीत कुमार मिश्रा, असिस्टेंट प्रोफेसर आरडी गार्डी मेडिकल कॉलेज डॉ. रुचि बघेल, रोग निदान विभागाध्यक्ष डॉ. अजय कीर्ति जैन, महाविद्यालय द्रव्यगुण विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ. सुनीता डी राम, पंचकर्म विशेषज्ञ डॉ. नृपेंद्र मिश्र, समिति सदस्य डॉ. शिरोमणि मिश्रा उपस्थित रहे। अध्येताओं ने शोध कार्य की आवश्यकता, मधुमेह, स्थौल्य, माइग्रेन, कुष्ठ, मूत्र आदि रोगों हेतु औषधियों एवं औषधियों के गुणों का महत्व, मात्रा और प्रभाव एवं शोध कार्य हेतु चिकित्सालय में रोगियों के निर्धारण की संपूर्ण रूपरेखा समिति के समस्त प्रस्तुत की। सभी शोध कार्यों का अवलोकन करने के बाद समिति द्वारा सभी अध्येताओं के शोध कार्यों को अनुमोदित किया गया। इस दौरान महाविद्यालय के अध्यापक डॉ. वंदना सराफ, डॉ. नरेश जैन, डॉ. प्रीति जैन, डॉ. रामतीर्थ शर्मा, डॉ. आशीष शर्मा, डॉ. मनोज बघेल, डॉ. सुधीर चौहान एवं वरिष्ठ एमडी अध्येता मौजूद रहे। प्राचार्य डॉ. जेपी चौरसिया ने महाविद्यालय एवं चिकित्सालय में प्रारंभ हुए नए शोध कार्यों हेतु हर्ष व्यक्त किया है। उक्त जानकारी मीडिया प्रभारी डॉ प्रकाश जोशी ने दी।