उज्जैन । बुधवार को संभागायुक्त एवं केन्द्रीय विद्यालय के अध्यक्ष डॉ.संजय गोयल ने शासकीय इंजीनियरिंग कॉलेज बायपास रोड स्थित केन्द्रीय विद्यालय का निरीक्षण किया। संभागायुक्त द्वारा विद्यालय में स्थित कम्यूाबटर लेब का अवलोकन किया गया तथा विद्यालय में पढ़ने वाले बच्चों से वार्तालाप किया गया। बच्चों ने संभागायुक्त के समक्ष स्वागत गीत प्रस्तुत किया। संभागायुक्त ने विद्यालय में पढ़ाई के माहौल की प्रशंसा की। उन्होंने बच्चों से पूछा कि उन्हें होमवर्क कितना दिया जाता है, विद्यालय के शिक्षक कैसा पढ़ाते हैं, बच्चों को विद्यालय आने में किसी भी प्रकार का डर या झिझक तो महसूस नहीं होती है, अगर ऐसा है तो वे खुलकर बतायें।
संभागायुक्त ने विद्यालय के प्राचार्य से पूछा कि बच्चों को गुड टच-बेड टच के बारे में शिक्षा दी जाती है या नहीं। स्कूल में पुस्तकालय से प्रत्येक विद्यार्थी को कितनी पुस्तकें इश्यू की जाती है। संभागायुक्त ने बच्चों से पूछा कि वे कौन कौन-सी किताबें पढ़ते हैं। पुस्तकालय में जिन किताबों की मांग दिखे, उन्हें शीघ्र-अतिशीघ्र उपलब्ध कराई जाये। संभागायुक्त ने बच्चों से पूछा कि वे विद्यालय में शिक्षा के अतिरिक्त और कौन-सी अतिरिक्त गतिविधियों को सीखना चाहते हैं। इस पर बच्चों ने कहा कि संगीत और नृत्य की शालाएं अलग से लगाई जाये।
संभागायुक्त ने निर्देश दिये कि विद्यालय में बच्चों के लिये एबेकस एवं अन्य क्लब बनवाये जायें। जिन विषयों में बच्चों की रूचि है, जैसे- पेंटिंग, नृत्य, संगीत आदि, से सम्बन्धित पढ़ाई भी करवाई जाये।
संभागायुक्त ने कहा कि उन्हें बच्चों से मिलकर बहुत प्रसन्नता हुई है। विद्यालय में शिक्षा का वातावरण बहुत अच्छा है। विद्यालय में संभागायुक्त ने बैठक के दौरान प्राचार्य को निर्देश दिये कि विद्यालय को प्रदत्त बजट को समय-सीमा में उपयोग किया जाये। पुस्तकालय, फर्नीचर, प्रयोगशाला, उद्यानिकी आदि के लिये प्रदाय किये गये बजट का समय-सीमा में उपयोग करें। विद्यालय में समय-समय पर होने वाले रख-रखाव के कार्य किये जायें। खेल मैदान में उग रही घांस को हर 15 दिन में कटवाया जाये। ऐसे लोगों से सम्पर्क किया जाये, जो यह घांस खरीदने के इच्छुक हों। जो भी छोटे-मोटे अथवा बड़े इंफ्रास्ट्रक्चर से सम्बन्धित रख-रखाव के कार्य किये जाने हैं, उनके प्रस्ताव बनाकर तत्काल स्वीकृति प्राप्त की जाये और उन्हें समय-सीमा में पूरा किया जाये।
संभागायुक्त ने विद्यालय के प्राचार्य को निर्देश दिये कि समय-समय पर विद्यालय का आन्तरिक निरीक्षण किया जाये। समस्त कम्यूोटटर चेक किये जायें। एक व्यवस्था निर्मित की जाये। जो भी बजट प्राप्त होता है, उसका पूर्ण उपयोग किया जाये। संभागायुक्त द्वारा रसायन और भौतिकी प्रयोगशाला का निरीक्षण किया गया। उन्होंने प्रयोगशाला को सतत क्रियाशील रहने के निर्देश दिये। प्रयोगशाला में जो उपकरण पुराने अथवा खराब हो चुके हैं, उनके स्थान पर नये उपकरण क्रय करने के निर्देश दिये गये। इस दौरान प्राचार्य श्री मुकेश कुमार मीना, उप प्राचार्य श्री शशिकांत तिवारी और अन्य स्टाफ मौजूद था।