भारत बनेगा 2030 में विश्व की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था एवं 2047 में बनेगा विकसित राष्ट्र : नारंग

उज्जैन। भारतीय अर्थव्यवस्था आज लगभग 7 प्रतिशत प्रतिवर्ष की दर से विकास की राह पर पर आगे बढ़ रही है। वर्ष 2023 में अमेरिकी अर्थव्यवस्था 26 लाख करोड़ अमेरिकी डॉलर के साथ प्रथम स्थान पर है। दूसरे नंबर पर चीन आता है जिसकी अर्थव्यवस्था का आकार 18 लाख करोड़ अमेरिकी डॉलर है। तीसरे नंबर पर जापान है, जिसकी अर्थव्यवस्था का आकार 4 लाख 20 हजार करोड़ अमेरिकी डॉलर है। चौथे स्थान पर जर्मनी है, जिसकी अर्थव्यवस्था का आकार 4 लाख करोड़ अमेरिकी डॉलर है। भारतीय अर्थव्यवस्था का आकार वर्ष 2030 तक 7 लाख 30 हजार करोड़ अमेरिकी डॉलर का होने वाला है। इस प्रकार अपनी बढ़ी हुई लगभग 7 प्रतिशत प्रतिवर्ष की विकास दर के साथ भारत शीघ्र ही जापान एवं जर्मनी को पछाड़कर 2030 में विश्व की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने जा रहा है एवं वर्ष 2047 में बनेगा विकसित भारत।
उक्त उद्गार सेवानिवृत्ति बैंक प्रबंधक स्टेट बैंक एस.एस. नारंग ने पंडित जवाहरलाल नेहरू प्रबंध संस्थान, विक्रम विश्वविद्यालय द्वारा भारत बनेगा विश्व की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था एवं विकसित भारत 2047 – युवाओं की आवाज विषय पर आयोजित कार्यशाला में व्यक्त किए।
उन्होंने कहा कि मेक इन इंडिया योजना के अंतर्गत भारत में निर्मित वस्तुओं का निर्यात लगातार बढ़ रहा है। वर्ष 2022-23 में भारत ने 36 लाख करोड़ का निर्यात किया है, जबकि 2014 में 19.5 लाख करोड़ का निर्यात हुआ था। यह डबल हो गया है। वर्ष 2023-24 में भारत सरकार ने पूंजीगत व्यय को 10 लाख करोड़ रुपए तक पहुंचा दिया है। इससे रोजगार की अधिक से अधिक अवसर निर्मित हो रहे हैं।
एफसीए प्रो. (डॉ.) दीपक गुप्ता अध्यक्ष प्रबंध अध्ययन मंडल विक्रम वि.वि. उज्जैन ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि भारत का सकल घरेलू उत्पाद (कृषि, उद्योग एवं सेवा क्षेत्र में कुल उत्पादन) 2022-23 में 282.83 लाख करोड़ रु. के स्तर पर आ गया है। अमेरिका का सकल घरेलू उत्पाद पूरे विश्व में पहले नंबर पर है, जो 2121.19 लाख करोड़ डॉलर है। इसलिए अमेरिका पूरी दुनिया का सबसे अमीर एवं ताकतवर देश कहा जाता है। दूसरे नंबर पर चीन का सकल घरेलू उत्पाद 1497.31 लाख करोड़ है। तीसरे नंबर पर जापान का सकल घरेलू उत्पाद 407.60 लाख करोड रुपए है। चौथे नंबर पर जर्मनी का सकल घरेलू उत्पाद 341.05 लाख करोड रुपए का है। इस दृष्टि से वर्तमान में भारत दुनिया का पांचवा सबसे बड़ा अमीर देश 2047 में बनेगा विकसित राष्ट्र।
डॉ. धर्मेंद्र मेहता ने कहा कि विश्व के कई वित्तीय संस्थाओं का मत है कि वर्ष 2030 तक भारत जापान एवं जर्मनी को पछाड़कर विश्व की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन सकता है। डॉ. मेहता ने कहा कि विकसित भारत 2047 का उद्देश्य आजादी के 100वें वर्ष यानी वर्ष 2047 तक भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाना है। विकसित भारत 2047 के कार्यक्रम सूत्रधार, संस्था निदेशक प्रो. डा. धर्मेंद्र मेहता ने विकसित भारत 2047 की प्रस्तावना रखते हुए कार्यक्रम आयोजन, रूपरेखा उद्देश्यों के विद्यार्थियों के प्रति आभार व्यक्त व्यक्त किया। अतिथि परिचय डा. नयनतारा डामोर ने दिया।