अधिकारी सोच-समझकर बैठक में जवाब दें, कलेक्टर

उज्जैन । कलेक्टर श्री नीरज कुमार सिंह ने टीएल की बैठक लेकर निर्देश दिये कि लम्बित प्रकरणों का निराकरण इसी हफ्ते अनिवार्य रूप से करवाया जाना सुनिश्चित करें। अगली टीएल बैठक में किसी विभाग के लम्बित प्रकरण न रहे। अधिकारी बैठक में जो पूछा जाये, उसका उत्तर सोच-समझकर जवाब दें। जिले के अस्पतालों में जहां-जहां ऑक्सीजन प्लांट हैं, उन प्लांटों का मेंटेनेंस करवाया जाना सुनिश्चित करें। बैठक में राजस्व अधिकारियों को निर्देश दिये कि वे अपने स्तर पर अपने-अपने कोर्ट में प्रकरणों के निराकरण के लिये तिथि एवं समय तय करें। तिथि और समय तय करने के बाद राजस्व अधिकारी अपने-अपने कोर्ट में अनिवार्य रूप से बैठकर प्रकरणों का निराकरण करें। कलेक्टर ने निर्देश दिये कि कभी भी कहीं पर भी राजस्व कोर्ट का निरीक्षण किया जायेगा और निरीक्षण के दौरान कोई राजस्व अधिकारी अनुपस्थित मिलते हैं तो उनके विरूद्ध सख्ती से नियमानुसार कार्यवाही की जायेगी। कोई भी राजस्व अधिकारी बिना कलेक्टर की अनुमति के अपनी राजस्व कोर्ट नहीं छोड़ेंगे।

*बारिश या पाले में फसलों की सुरक्षा एवं सतर्कता अनिवार्य रूप से बरतने के निर्देश*

बैठक में कलेक्टर ने सर्वप्रथम जिले में मौसम की स्थिति को देखते हुए तहसीलवार बारिश, पाला की जानकारी प्राप्त की। तहसीलदारों ने अवगत कराया कि तहसीलों में फसलों को किसी प्रकार का कोई नुकसान नहीं है, सामान्य स्थिति है। कलेक्टर ने इस सम्बन्ध में निर्देश दिये कि बारिश, पाले में फसलों की सुरक्षा एवं सतर्कता अनिवार्य रूप से बरती जाये। लगातार हलके के पटवारी अपने-अपने हलके में भ्रमण करते रहें। कहीं से भी किसी भी प्रकार की फसलों की पाले से या बारिश से नुकसान होता है तो तुरन्त अपने वरिष्ठ अधिकारियों को ध्यान में लाया जाये। कलेक्टर श्री नीरज कुमार सिंह ने कृषि विभाग के अधिकारी को निर्देश दिये कि जिले में तालाबों, नहरों, नदियों आदि के माध्यम से कितने रकबे में फसलों में सिंचाई होती है, उसकी जानकारी से अवगत कराया जाये। कलेक्टर ने सभी तहसीलदारों को निर्देश दिये हैं कि वे अपने-अपने क्षेत्रों के पटवारियों को फील्ड में रहने हेतु निर्देशित किया जाये। ओला, पाला, बारिश पर विशेष ध्यान दें।

*संतोषजनक उत्तर न देने पर नाराजगी प्रकट करते हुए शोकाज नोटिस जारी करने के निर्देश*

बैठक में कलेक्टर श्री नीरज कुमार सिंह ने विभागवार समीक्षा के दौरान कृषि विभाग की समीक्षा के समय विभाग की जानकारी लेने पर संतोषजनक उत्तर न देने पर कृषि विभाग के उप संचालक श्री आरपीएस नायक पर नाराजगी प्रकट करते हुए शोकाज नोटिस जारी करने के निर्देश दिये। फसल बीमा योजना, भारत संकल्प यात्रा के दौरान ड्रोन प्रदर्शन, जिले में कितने रकबे में किन स्रो। तों से सिंचाई होती है, आदि की जानकारी देने में संतोषजनक जवाब नहीं देने पर निर्देश दिये कि बैठक में पुख्ता जानकारी के साथ उपस्थित रहें। बैठक में खाद की समीक्षा कर सम्बन्धित अधिकारी ने अवगत कराया कि जिले में सामान्य स्थिति है। खाद्य विभाग की समीक्षा के दौरान निर्देश दिये कि पीडीएस में 31 जनवरी तक ई-केवायसी की जाये। दुकानों के आवंटन की जानकारी प्राप्त करने पर जिला आपूर्ति नियंत्रक श्रीमती नुज़हत बानो बकाई ने बताया कि दुकानों के आवंटन के सम्बन्ध में स्व-सहायता समूह के द्वारा आवेदन दिये गये हैं। जिले में 790 शासकीय उचित मूल्य की दुकानें हैं। खाद्यान्न वितरण में अभी किसी प्रकार की कोई कठिनाई नहीं है। बैठक में कलेक्टर ने पीएम किसान योजना, स्वामित्व योजना, ग्रामीण भू-अधिकार योजना, धारणा अधिकार, आयुष्मान कार्ड, सुरक्षा बीमा योजना आदि की विस्तार से समीक्षा कर सम्बन्धित अधिकारियों को उचित कार्यवाही कर पात्र हितग्राहियों को लाभ दिलाया जाना सुनिश्चित करें। ई-केवायसी कराया जाना सुनिश्चित करें। इस सम्बन्ध में विशेष शिविर जारी कर 31 जनवरी तक उक्त कार्यवाही की जाये।

*सिंहस्थ-2028 के प्रस्तावित कार्य योजना पर विभाग अपनी जानकारी सहित बैठक में उपस्थित होने के निर्देश*

बैठक में कलेक्टर ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि अपने-अपने विभाग के द्वारा प्रस्तावित कार्यों की कार्य योजना तैयार करें। इस सम्बन्ध में बैठक बुधवार 10 जनवरी को शाम 7 बजे ली जायेगी। बैठक में अधिकारी अपने-अपने विभाग की क्या-क्या आवश्यक निर्माण कार्य हैं, उसकी कार्य योजना निर्धारित दिये गये प्रोफार्मा में बैठक में अनिवार्य रूप से जानकारी लेकर आयें। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिये कि जैसे कार्य का नाम, विभाग का नाम/कार्य एजेन्सी, अनुमानित लागत और कार्य पूर्णता का अनुमानित समय। उन्होंने उदाहरण देते हुए बताया कि मन्दिरों एवं स्मारकों का नवीनीकरण एवं विकास, मेला क्षेत्र का विकास, सड़कें, पुल, सड़क चौड़ीकरण, पीने का पानी, स्वच्छता कार्य, पॉवर स्टेशन और लाइनें, रेलवे स्टेशन क्षेत्र का विकास, हवाई पट्टी का विकास, स्वास्य्ड बुनियादी विकास, पर्यटन स्थलों का विकास, शासकीय कार्यालय एवं आवास, पार्क, फव्वारे एवं सौंदर्यीकरण, कानून व्यवस्था के लिये इंफ्रास्ट्रक्चर, फायर स्टेशन सहित आपदा तैयारी आदि अन्य महत्वपूर्ण कार्य जो सिंहस्थ के पूर्व कराया जाना है, की जानकारी उक्त बैठक में लाई जाये।

*सामाजिक सुरक्षा पेंशनों का जनपदवार एवं नगरीय निकायवार सत्यापन करें*

कलेक्टर ने बैठक में सामाजिक न्याय विभाग से सम्बन्धित सामाजिक सुरक्षा पेंशनों तथा संबल योजना आदि योजनाओं का भौतिक सत्यापन ई-केवायसी के माध्यम से किया जाये, ताकि सत्यापन के दौरान यह पता चले कि किन हितग्राही की मृत्यु हो गई या अन्य कहीं चले गये हैं आदि। संबल योजना अन्तर्गत सीएम हेल्पलाइन, संबल-2 योजना अन्तर्गत असंगठित श्रमिकों के पंजीयन की जनपद पंचायत एवं नगरीय निकायवार समीक्षा कर निर्देश दिये कि लम्बित प्रकरणों का निराकरण जीरो टॉलरेंस किया जाये। जहां जांच चल रही है, वह जांच पूर्ण की जाये और लम्बित प्रकरण है तो ठोस कारण होना चाहिये। बैठक में सीएम राइज की समीक्षा के दौरान सम्बन्धित अधिकारी को निर्देश दिये कि किसी शासकीय विभाग में शासकीय अधिवक्ता को फीस न दी जाये, अन्यथा वित्तीय अनियमितता की श्रेणी में माना जायेगा।

बैठक में कलेक्टर ने लम्बित पेंशन प्रकरणों की समीक्षा कर निर्देश दिये कि माहवार किस विभाग में कितने पेंशन के लम्बित प्रकरण हैं, इसकी जानकारी उपलब्ध कराई जाये और समय-सीमा में अधिकारी-कर्मचारियों के पेंशन प्रकरणों का निराकरण किया जाये। सीएम हेल्पलाइन के प्रकरणों की विभागवार समीक्षा कर निर्देश दिये कि शिकायतों का निराकरण उचित समयावधि में किया जाये। एल-1 अधिकारी एक माह की अवधि तक नहीं देखें, उसके पूर्व ही प्रकरण का निराकरण किया जाये। बैठक में अधिकारी जल्दी जवाब न दें, सोच-समझकर जवाब दें। टीएल के प्रकरण लम्बित हैं तो उनका निराकरण शीघ्र करें और अगली टीएल बैठक में लम्बित प्रकरण न हो, यह सुनिश्चित किया जाये। बैठक में कलेक्टर ने अन्तर्विभागीय समन्वय के बिन्दुओं की समीक्षा कर सम्बन्धितों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिये। बैठक में नगर निगम आयुक्त एवं स्मार्ट सिटी सीईओ श्री आशीष पाठक, एडीएम श्री अनुकूल जैन, उप जिला निर्वाचन अधिकारी श्री एमएस कवचे सहित अधिकारी एवं विभिन्न विभागों के जिला अधिकारी उपस्थित थे।