धन्वंतरि आयुर्वेद कॉलेज की कार्यकारिणी समिति की बैठक में संभागायुक्त ने अनेक कार्य योजना को स्वीकृति प्रदान की

उज्जैन । संभागायुक्त डॉ.संजय गोयल की अध्यक्षता में शासकीय स्वशासी धन्वंतरि आयुर्वेद चिकित्सा महाविद्यालय की कार्यकारिणी समिति की बैठक मंगलवार को आयोजित की गई। बैठक में संभागायुक्त ने अनेक निर्माण कार्यों, नई सुविधाओं को स्वीकृति प्रदान की।

संभागायुक्त ने महाविद्यालय में फर्नीचर निर्माण, महाविद्यालय में पूर्व से स्थापित केन्द्रिय अनुसंधान प्रयोगशाला के उन्नयन के लिये यंत्र-उपकरण क्रय करने की, चिकित्सालय में नेत्र रोग इकाई में ओडियोमैट्री मशीन प्लेटफार्म निर्माण, एनसीआईएसएम के मापदण्ड अनुसार एक्स-रे मशीन क्रय करने आदि की प्रशासकीय स्वीकृति प्रदान की। महाविद्यालय में पंचकर्म एवं प्रसूति तंत्र एवं स्त्रीरोग विभाग में इसी सत्र से नवीन स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम जो प्रारम्भ हुआ है, उसके तहत विभागीय उन्नयन एवं विद्यार्थियों को पेपर प्रेजेंटेशन एवं सेमीनार आदि की व्यवस्था के लिये दो एलसीडी प्रोजेक्ट स्क्रीन सहित क्रय करने को मंजूरी प्रदान की।

संभागायुक्त ने एक दन्त रोग विशेषज्ञ की पदस्थापना करने के निर्देश दिये, लेकिन साथ ही कहा कि विशेषज्ञ समिति की रिकमेंट पर ही आयेंगे। डॉ.गोयल ने योग विभाग के विभागाध्यक्ष द्वारा प्रस्तुत मांगपत्र के आधार पर छात्र-छात्राओं के योग क्रियाओं हेतु नेति पात्र, दरियां एवं योगा मेट तथा अन्य सामग्री क्रय करने हेतु 1.5 लाख रुपये की राशि की स्वीकृति प्रदान की। उन्होंने महाविद्यालय में वार्षिक उत्सव हेतु क्रीड़ा सामग्री, पुरस्कार वितरण, स्वरूचि भोजन आदि की स्वीकृति भी प्रदान की। वर्तमान पुस्तकालय को डिजिटल लायब्रेरी के रूप में विकसित करने के लिये भी स्वीकृति प्रदान की। साथ ही निर्देश दिये कि ई-लायब्रेरी हेतु ई-स्केल मेनपॉवर वाले व्यक्ति को आऊटसोर्स से रखा जाये। महाविद्यालय का लेखा कार्य करने के लिये किसी अनुभवी व्यक्ति की सेवाएं लेने के भी निर्देश संभागायुक्त ने दिये।
संभागायुक्त ने एनसीआईएसएम नईदिल्ली के मापदण्ड अनुसार क्रिया शरीर एवं रोग निदान विभाग की प्रयोगशाला उन्नयन हेतु पांच लाख रुपये की राशि की स्वीकृति प्रदान की। साथ ही लेखा कक्ष के उन्नयन की दृष्टि से एक नये कम्प्यूटर एवं प्रिंटर विथ स्केनर सिस्टम क्रय हेतु एक लाख रुपये की राशि के व्यय के प्रस्ताव का अनुमोदन किया। उन्होंने स्नातकोत्तर में अध्ययनरत विद्यार्थियों को शासन की ओर से प्रतिमाह रिसर्च एवं अन्य अकादमिक कार्य हेतु प्रतिमाह लगभग 50 हजार रुपये की शिष्यवृत्ति प्रदान करने पर विचार करने के बाद ही प्रदान करने की बात कही।

संभागायुक्त डॉ.गोयल ने विश्वविद्यालयीन स्नातक परीक्षा में प्रावीण्य सूची के प्रथम दो विद्यार्थियों को नगद 2100 रुपये एवं अन्तिम वर्ष की स्नातकोत्तर परीक्षा में प्रावीण्य सूची में प्रत्येक विषय के प्रथम 10 विद्यार्थियों को प्रशंसा-पत्र देने के प्रस्ताव को स्वीकृति प्रदान की।

महाविद्यालय के प्राचार्य द्वारा अवगत कराया गया कि चिकित्सालय के प्रथम तल पर चार जनरल वार्ड एवं नौ डीलक्स तथा सेमी डीलक्स कक्षों एवं ऑपरेशन थिएटर तथा सभागार का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है और इसका सुचारू संचालन भी हो रहा है। खेल मैदान अन्तर्गत टर्फ ग्राउण्ड का निर्माण, दो लिफ्ट का निर्माण, पंचकर्म, वेलनेस सेन्टर, पार्किंग एरिया एवं केंटीन का निर्माण कार्य, महाविद्यालय परिसर में नवीन वनौषधी उद्यान के विस्तार का कार्य, महाविद्यालय परिसर में ओपन स्टेज का निर्माण, महाविद्यालय में जीएमपी प्रमाणिक मशीनों की स्थापना का कार्य प्रगतिरत है। इसके अलावा महाविद्यालय में फायर सेफ्टी एवं ईटीपी की स्थापना पूर्ण हो चुका है। साथ ही सेंट्रल रिसर्च लेब हेतु प्लेटफार्म, रेक्स, पार्टीशन एवं फ्लोरिंग का कार्य 7.7 लाख रुपये से बनाये जा चुके हैं और इसका सुचारू संचालन किया जा रहा है।

बताया गया कि महाविद्यालय में विभिन्न विभागों के म्युजियम, रचना शरीर, क्रिया शरीर, शल्य तंत्र, शालाक्य तंत्र, प्रसूति तंत्र, पंचकर्म एवं अंगद तंत्र में एनसीआईएसएम नईदिल्ली के मानक एवं पाठ्यक्रम की पूर्ति अनुसार संचालित किये जा रहे हैं।

बैठक में कार्यकारिणी समिति के सदस्यगण, विशेषज्ञ चिकित्सकगण, प्रोफेसर्स एवं सम्बन्धित विभाग के अधिकारीगण उपस्थित थे।