उज्जैन । प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव गुरूवार को उज्जैन प्रवास के दौरान इस्कॉन द्वारा आयोजित सम्मान समारोह में शामिल हुए। उल्लेखनीय है कि गुरूवार को नित्यानंद त्रयोदशी के अवसर पर इस्कॉन की स्थापना की 18वी वर्षगांठ थी। मुख्यमंत्री द्वारा इस्कॉन के श्री भक्तिचारू महाराज की समाधि का अनावरण भी किया गया। मुख्यमंत्री ने सर्वप्रथम इस्कॉन मन्दिर पहुंचकर श्री राधा मदनमोहन के दर्शन किये और आरती की। इसके पश्चात अनावरण कार्यक्रम में शामिल हुए। साथ ही इस्कॉन मन्दिर में प्रारम्भ किये गये निरामिश व सात्विक भोजन के उपहार गृह ‘गोविंदम फूड्स’ का शुभारम्भ भी किया गया। उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री बनने के पश्चात डॉ.मोहन यादव के प्रथम बार इस्कॉन मन्दिर आने पर मन्दिर की ओर से उनका अभिनन्दन भी किया गया। इस्कॉन मन्दिर द्वारा मुख्यमंत्री का सम्मान शाल, श्रीफल और स्मृति चिन्ह भेंटकर किया गया।
मुख्यमंत्री डॉ.यादव ने इस अवसर पर कहा कि आज इस स्थान पर आकर उन्हें भक्तिचारू महाराज का स्मरण हो रहा है। साथ ही आध्यात्मिक आनन्द की अनुभूति भी हो रही है। भक्तिवेदांत स्वामी प्रभुपादजी ने अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर भगवान श्रीकृष्ण और कृष्ण भावनामृत का प्रचार किया। यह हम सबके लिये अत्यन्त गौरव का विषय है कि इस्कॉन के माध्यम से विश्व के कई देशों में भगवान श्रीकृष्ण, उनकी लीलाएं तथा उनके जीवन के प्रसंगों तथा श्रीमदभगवद गीता का व्यापक प्रचार-प्रसार हुआ है। भगवान श्रीकृष्ण के जीवन में कई कष्ट आये थे, परन्तु उनका सामना उन्होंने अत्यन्त साहस के साथ किया। उज्जैन में उन्होंने शिक्षा ग्रहण की थी। उनके जीवन के कई प्रसंग हम सबके लिये अत्यन्त प्रेरणादायी हैं। मुख्यमंत्री ने इस्कॉन मन्दिर के प्रति आभार व्यक्त किया और अपनी ओर से सभी को शुभकामनाएं दी।
इस अवसर पर इस्कॉन मन्दिर के श्री वासुघोष प्रभु, श्री उदयानंद प्रभु, इस्कॉन उज्जैन के श्री भक्तिप्रेम स्वामी महाराज, भक्तिआश्रय वैष्णव महाराज, बालयोगी उमेशनाथजी महाराज, विधायक श्री अनिल जैन कालूहेड़ा, महापौर श्री मुकेश टटवाल, सर्वश्री रूप पमनानी, श्याम बंसल, संजय अग्रवाल, राज वर्मा एवं अन्य गणमान्य नागरिक मौजूद थे।